लखनऊ : राजधानी के वजीरगंज थाना क्षेत्र में छात्रा से गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने के आरोप में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि फोन को चार्जिंग में लगाने के बहाने घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली है.
पुलिस ने किया खुलासा : घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी पश्चिमी राहुल राज ने बताया कि 'बीती 5 दिसंबर को एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पीड़िता केजीएमयू में इलाज कराने आती थी तभी हॉस्पिटल के बाहर चाय का ठेला लगाने वाले सत्यम से जान पहचान हो गई. उसी दिन पीड़िता के मोबाइल डिस्चार्ज हो गया. पीड़िता का आरोप है कि मोबाइल चार्जिंग के लिए एम्बुलेंस में लगवाकर धोखे से कार में बिठाकर सफेदाबाद के पास ले गए. पीड़िता को नशीला पदार्थ पिलाकर तीनों ने बारी-बारी से गलत काम किया, जिसके बाद आरोपी पीड़ित को इंदिरानगर छोड़कर फरार हो गए. पीड़िता ने रविवार को आरोपियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई. 12 घंटे के अंदर ही आरोपी सत्यम, सुहैल व असलम को गिरफ्तार कर लिया गया है.
यह था घटनाक्रम : पुलिस के मुताबिक, पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर में बताया गया है कि वह लखनऊ की रहने वाली है. उसका केजीएमयू के मानसिक चिकित्सालय विभाग में इलाज चल रहा है. वह पांच दिसंबर को इलाज के लिए केजीएमयू आई हुई थी. उसने बताया कि वह पिछले कई महीनों से आ रही है तो इस दौरान चाय पीने के लिए अस्पताल के बाहर एक ठेले पर चली जाती थी, जिससे उसकी जान पहचान दुकानदार से हो गई. पांच दिसंबर को जब वह डॉक्टर से मिलकर बाहर आई तो चाय पीने के लिए दुकान पर गई. इस दौरान उसका फोन डिस्चार्ज हो गया था. दुकानदार ने पीड़िता से कहा कि मेरी जान पहचान की एक एंबुलेंस है, जहां पर वह अपना फोन चार्जिंग पर लगा सकती है. इसके बाद पीड़िता ने एंबुलेंस में जाकर अपना फोन चार्जिंग पर लगा दिया.
इंदिरा नगर में छोड़कर चले गए थे आरोपी : पीड़िता ने शिकायत कर बताया कि 'दुकानदार से युवती ने फोन वापस लाने को कहा. जिसके बाद दुकानदार ने बताया कि एंबुलेंस डालीगंज चली गई है, चलो वहीं पर चलते हैं. पीड़िता दुकानदार के साथ डालीगंज पहुंची, जिसके बाद दुकानदार ने एंबुलेंस वाले को फोन किया तो पता चला कि एंबुलेंस आईटी चौराहा पहुंच गई है. जिसके बाद पीड़िता दुकानदार के साथ आईटी चौराहे पहुंची तो वहां पर कोई एंबुलेंस नहीं थी. उसने बताया कि चाय की दुकान पर बैठा एक व्यक्ति जो एंबुलेंस में फोन चार्जिंग के लिए मेरे साथ एंबुलेंस तक गया था वह वहां पर मौजूद था. उसके साथ दो लड़के और भी थे. वहां उन दोनों ने मुझे एक सिल्वर रंग की कार में बिठा लिया. जिसके बाद वह मुझे सफेदाबाद के पास एक ढाबे में ले गए. वहां आरोपियों ने मुझे जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिला दिया. फिर वहां से गाड़ी में बैठकर हाईवे पर आ गए और गाड़ी में ही तीन लोगों ने मेरे साथ बारी-बारी से गलत काम किया. गलत काम करने के बाद वह लोग मुंशी पुलिया इंदिरा नगर में छोड़कर चले गए, मैं किसी तरह से अपनी सहेली के घर पहुंची. हादसे के बाद काफी परेशान हो गई थी. उसे समय पुलिस को नहीं बता पाई. रविवार को थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई है.'