लखनऊ : राजधानी लखनऊ के बिजनौर थाना क्षेत्र में बीते 25 सितंबर को अज्ञात शव मिलने से हड़कंप मच गया था. जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की. शव की शिनाख्त राजमिस्त्री राम प्रसाद के रूप में हुई. जांच में पता चला कि राम प्रसाद की हत्या की गई है. पुलिस टीम ने शनिवार को इस मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से 3700 रुपये बरामद हुए हैं.
डीसीपी साउथ विनीत कुमार जायसवाल और एडीसीपी शशांक सिंह ने साउथ जोन कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि 'बीती 25 सितंबर की सुबह करीब आठ बजे बिजनौर थाना क्षेत्र में नाले के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा मिला था. मौके पर जुटी पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम हाउस के लिए भेज दिया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट होने से मौत बताई गईं थी. इसके बाद मृतक रामप्रसाद की पत्नी गायत्री निवासी चौधरी मौहल्ला कस्बा बिजनौर की लिखित शिकायत पर कुछ लोगों पर संदेह जताते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था. इस खुलासे के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई थीं. पुलिस टीम ने शनिवार को बिजनौर के कस्बा गढ़ी मोहल्ला निवासी रामू लोधी और रामकुमार उर्फ मटरू निवासी गढ़ी मोहल्ला कस्बा व थाना बिजनौर को दबोच लिया.'
पहले साथ बैठकर पी शराब, फिर गला कसकर मार दिया : पुलिस के मुताबिक, दोनों ने पूछताछ में बताया कि 'बीती 24 सितंबर की सुबह करीब साढ़े चार बजे मेले में सांस्कृतिक प्रोग्राम देखने गए थे. मेले में उनका दोस्त राम प्रसाद भी मिला था और उसने कुछ माह पूर्व ही अपनी 18 विस्वा जमीन का प्रोपर्टी डीलर से एग्रीमेंट किया था. आरोपियों ने बताया कि वह अक्सर अपनी जेब में अच्छी खासी रकम लेकर घूमता था. जिसको हथियाने के लालच में उसको पहले ठेके पर ले जाकर शराब पिलायी फिर राम प्रसाद की मोटर साइकिल से तीनों हसीनपुरवा के पीछे नाले के पास गये. जिसके बाद वहां राम प्रसाद से 21 हजार रुपये छीन लिए थे. राम प्रसाद के द्वारा विरोध करने पर पहले उसकी शर्ट से उसका गला दबाया व सिर पर ईंट मारकर हत्या करने की बात कबूल की है.'