लखनऊ: प्रदेश में वृद्ध लोगों की सेहत का ख्याल रखने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से ब्यूरो ऑफ फार्मा ने खास प्लान तैयार किया है. इसके तहत प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर फ्री मेडिकल किट दी जाएंगी. इसमें बुजुर्गों के सामान्य इलाज से जुड़ी दवाएं होंगी.
बता दें कि राज्य में करीब 11 सौ जेनरिक स्टोर (जनऔषधि केंद्र) हैं. यह सरकारी अस्पताल व निजी क्षेत्रों में संचालित हैं. इनमें से 126 जन औषधि केंद्र सरकारी अस्पतालों में हैं. इसके संचालन लिए सरकार ने 4 वेंडर तय किए हैं. इन्हें राज्य के अलग-अलग जोन में जन औषधि केंद्र संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं, निजी केंद्र भी सरकार की निगरानी में हैं.
यहां भी दवा की आपूर्ति ब्यूरो ऑफ फार्मा द्वारा की जाती है. ऐसे में आजादी के अमृत महोत्सव का जनऔषधि केंद्रों पर नए ढंग से मनाने का प्लान तैयार किया जा रहा है. इसके तहत 10 अक्टूबर को विभिन्न जिलों में खुले केंद्रों पर स्वास्थ्य शिविर लगेंगे. इस दौरान बुजुर्गों को मेडिकल किट प्रदान की जाएगी. इसमें बीमारी से जुड़ी सामान्य दवाएं, ड्रेसिंग का सामान व विटामिन की टेबलेट भी होंगी.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना 2015 में शुरू हुई थी. इस दौरान 8 सौ दवा व अन्य उत्पाद मुहैया कराने का दावा किया गया था. इसमें 650 दवाएं व 150 सर्जिकल सामान को शामिल किया गया. वहीं, वर्ष 2020 से पेटेंट से बाहर आईं नई दवाएं शामिल की गईं. इसमें 1400 दवाएं व 5 सौ सर्जिकल व अन्य समान लिस्ट में शामिल किए गए. केंद्रों पर दवा की आपूर्ति केंद्र सरकार के उपक्रम ब्यूरो ऑफ फार्मा-पीएसयू ऑफ इंडिया बीपीपीआई द्वारा की जाती है.
केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल, ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल, आरएलबी अस्पताल, लोकबंधु राजनारायण अस्पताल, बीआरडी अस्पताल, आरएसएम अस्पताल के जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं. वहीं शहर में कुल 102 केंद्र हैं. राजधानी के सरकारी व निजी केंद्रों पर हर माह 90 लाख के करीब दवा बिक्री होती थी. इन स्टोरों पर 50 से 90 फीसद तक बाजार दर से सस्ती दवा का दावा है.
10 अक्टूबर को आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर तैयारियां जारी हैं. लखनऊ के 27 जनऔषधि केंद्रों पर बुज़ुर्गों को फ्री मेडिकल किट दी जाएगी. इसके अलावा कैंप भी लगेंगे. इसी तरह अन्य जिलों में भी कार्यक्रम होंगे. - नितिन कुमार-नोडल ऑफिसर-बीपीपीआई