लखनऊ: राजधानी में प्लॉट बेचने के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े हो रहे हैं. यही नहीं रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी रेरा के नाम से ही अब बड़े बिल्डर और अनियोजित कालोनियों में प्लाट बेचने वाले लोगों ने आमजनों को ठगने का काम शुरू कर दिया है. राजधानी लखनऊ में रेरा के नाम से प्लॉट बेचने के एडवर्टाइजमेंट वाले मैसेज लोगों के मोबाइल पर जा रहे हैं. लोग ऐसे बिल्डरों से प्लॉट भी खरीद रहे हैं और फिर फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे हैं.
रेरा के नाम पर भेजे जा रहे हैं मैसेज
रेरा की तरफ से लोगों को भेजे जा रहे इन संदेशों पर रेरा के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं और कार्रवाई की दुहाई दे रहे हैं. वहीं ऐसे तमाम मामलों में जिम्मेदार रेरा के अधिकारी और लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी अनजान बने हुए हैं. वह मामले का संज्ञान लेकर कार्रवाई के दावे कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह है कि बिल्डरों पर मॉनिटरिंग करने वाली बड़ी संस्था रेरा और उसके कर्ताधर्ता आखिर क्यों अब तक अनजान बने रहे और हजारों की संख्या में लोग रेरा के नाम पर फर्जीवाड़े का शिकार होते रहे.
रेरा के नाम से प्लॉट बेचने के एडवर्टाइजमेंट मैसेज लखनऊ के गोमतीनगर, आशियाना, महानगर, आलमबाग सुल्तानपुर रोड, गोमती नगर विस्तार सहित कई इलाकों में प्रॉपर्टी होने के भेज रहे हैं. रेजिडेंशियल के साथ कमर्शियल प्रॉपर्टी बेचने के मैसेज लोगों के फोन पर जा रहे हैं. जिस पर यूपी रेरा लिखकर आ रहा है. ऐसे में लोग ठगी का शिकार भी हो रहे हैं. कुछ मैसेज लोगों ने एनडीए और रेरा के अधिकारियों को भी भेजे हैं.
जानकारी में आया है फ्रॉड, कार्रवाई होगी
रेरा के नाम से प्रॉपर्टी बेचने के एडवर्टाइजमेंट मैसेज लोगों के फोन पर जाने और रेरा के स्तर पर कार्रवाई के सवाल पर यूपी रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि इसकी जानकारी हमें मिली है. हम इसको लेकर अब एक्शन ले रहे हैं. जो स्क्रीनशॉट लोगों की तरफ से मिले हैं उनमें जो यूपी रेरा और प्रॉपर्टी बेचने की डिटेल्स है, मोबाइल नंबर आदि की जानकारी है, उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर रहे हैं. जांच पड़ताल करके रेरा के नाम पर लोगों को ठगने वाले और गलत प्रॉपर्टी बेचने वाले बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सरकारी एजेंसी रेरा के नाम पर हो रहा है बड़ा फ्रॉड, सख्त कार्रवाई हो
वहीं दूसरी तरफ रियल एस्टेट सेक्टर में फ्रॉड को उजागर करने वाले एक्टिविस्ट और यूपी शोषित ग्रह क्रेता अधिकार संघ के संयोजक आलोक सिंह ने इस पूरे मामले में रेरा चेयरमैन राजीव कुमार से शिकायत भी की है. आलोक कुमार के मुताबिक, बहुत बड़ा फ्रॉड रेरा के नाम पर हो रहा है. इस फर्जीवाड़े के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई की मांग की है. होमबायर्स पहले से ही तमाम अधूरे प्रोजेक्ट में फंसे हुए हैं और अब रेरा के नाम पर सरकार के सामने लखनऊ में ही फ्रॉड हो रहा है. ऐसे में रेरा को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.