लखनऊ : 'मैं यूपी के मुख्य सचिव का पीए हूं, नगर निगम में आसानी से नौकरी लगवा सकता हूं बस रकम खर्चनी होगी'। यह कह कर जालसाज ने अमेठी जिले के युवक से 15 लाख रुपये की ठगी कर डाली. पीड़ित ने राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस के मुताबिक केस दर्ज कर जांच की जा रही है जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
यूपी के अमेठी जिले के रामसूरत पांडे ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. रामसूरत के मुताबिक वे और उनके भाई कृपा शंकर पांडेय राजधानी के अहिमामऊ में रहते हैं. दोनों भाई लुलु मॉल में नौकरी करते हैं. इसी दौरान मॉल में खरीदारी करने आए एक व्यक्ति गोविंद शुक्ला से मुलाकात हुई. बातचीत में गोविंद शुक्ला ने पीड़ित रामसूरत से बताया कि वो और उसका भाई उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव का पीए है. उसने कहा कि कहां तुम प्राइवेट नौकरी के चक्कर में पड़े हो मैं नगर निगम में सफाई कर्मचारी के पद पर नौकरी और सरकारी क्वावर्टर दिलवा दूंगा.
इसके बाद खुद को मुख्य सचिव का पीए बताने वाले गोविंद शुक्ला ने पीड़ित से नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की डिमांड की. सरकारी नौकरी पाने के झांसे में आकर पीड़ित ने जालसाज को 15 लाख रुपये दे दिए. कुछ दिनों तक जब दोनों को नौकरी नहीं मिली तो पीड़ित ने जालसाज गोविंद से पैसे वापस मांगे. जिस पर आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. थाना प्रभारी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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