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रोडवेज परिचालक की भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले चार शातिर गिरफ्तार, जानें क्या है मामला - लखनऊ की खबरें

आरोपियों के पास से संविदा नियुक्ति पत्र, तीन मुहर, पासबुक, चेक बुक अप्लाई फॉर्म, लैपटॉप समेत अन्य सामानों की बरामदगी की गई है. साथ ही पुलिस ने 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

रोडवेज कंडक्टर भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले चार शातिर गिरफ्तार
रोडवेज कंडक्टर भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले चार शातिर गिरफ्तार
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Published : Dec 22, 2021, 5:20 PM IST

लखनऊ: लखनऊ में रोडवेज कंडक्टर संविदा कर्मचारियों की भर्ती के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस ने चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि ठगों ने अपना डेरा गोमती नगर के विपुल खंड स्थित रेनेसां होटल को बना रखा था.

इसी बीच ठगी के शिकार कुछ युवकों ने मड़ियांव थाने में इसकी शिकायत की. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोमतीनगर स्थित रेनेसां होटल में छापेमारी कर इन शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों के पास से संविदा नियुक्ति पत्र, तीन मुहर, पासबुक, चेक बुक अप्लाई फॉर्म, लैपटॉप समेत अन्य सामानों की बरामदगी की गई है. साथ ही पुलिस ने 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

मड़ियांव कोतवाल वीर सिंह ने बताया कि कुछ व्यक्ति संदिग्ध रोडवेज कंडक्टर की भर्ती के लिए फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र बनाकर धोखाधड़ी कर रहे थे. उनमें से कुछ रेनेसां होटल विपिन खंड गोमती नगर में रुके हुए थे. होटल के बाहर चिह्नित व्यक्तियों को बुलाकर बहला-फुसलाकर ठगी की जा रही थी.

पुलिस टीम ने रेनेसां होटल के पास पहुंचकर होटल के पास खड़े एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया. पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में पहचान कृष्ण मुरारी कन्नौज के रूप में दी. कृष्ण मुरारी के पास से लैपटॉप, 3 मोहर प्राइवेट अर्जित फैकल्टी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड हैंड ऑफ रिक्रूटमेंट नारायण इंटरप्राइजेज, जंक्शन इंटरप्राइजेज की बरामद हुई. एक लैपटॉप, एक चेक बुक एसबीआई की, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन मिला. मोबाइल फोन खुलवाकर देखा गया तो नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ जिसे सुरक्षित किया गया.

पूछताछ में उसने बताया कि उसके सीनियर इसी होटल में ठहरे हैं. उसके सीनियर फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं. उन्हें नियुक्ति पत्र देकर पैसा ऐंठ लेते हैं. कृष्ण मुरारी से साथियों को बुलाने को कहा गया.

यह भी पढ़ें : शर्मनाक ! अलाव के पास बैठी चार साल की बच्ची के साथ युवक ने बुझाई अपने 'हवस की आग'

उसने तीन साथियों को होटल से नीचे बुलाया. होटल से उतर कर नीचे आए व्यक्तियों को रोककर नाम व पता पूछा गया. उन्होंने अपना नाम मनोज गौतम हजरतगंज निवासी बताया. मनोज के पास से दो मोबाइल फोन, 560 रुपये नकद और उसके मोबाइल में भी नियुक्ति का संविदा पत्र मिला जिसका स्क्रीनशॉट लिया गया.

दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम सुनील सिंह यादव आशियाना निवासी के रूप में बताया. उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुआ. तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम रिशांत सिंह निवासी दिल्ली बताया. उनके पास से एक आईफोन बरामद हुआ है.

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग रोडवेज में फर्जी परिचालक भर्ती करने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों से पैसा ऐंठते हैं. इसके बाद उन रुपयों को आपस में बांट लेते हैं. इसी उद्देश्य से यह लोग एक बार फिर इकट्ठा हुए थे और कुछ लोगों से इनके द्वारा पैसा भी लिया गया है. जो होटल के कमरे में रखा हुआ है. कुछ कागजात भी रखे हैं.

पुलिस टीम पकड़े गए आरोपियों को साथ लेकर रेनेसां होटल के कमरा नंबर 807 पहुंची. यहां पुलिस को एसबीआई बैंक का दो चेक मिला जिसमें प्रति चेक 50 लाख भरा हुआ था. साथ ही सिंडिकेट बैंक के दो चेक 5000 के बरामद हुए. इसके अतिरिक्त एक पासबुक बैंक ऑफ इंडिया की प्रेरणा पांडे के नाम से तथा 3 संविदा नियुक्ति पत्र चंद्रशेखर, मोतीलाल और चंद्र प्रभाष चौधरी के नाम का बरामद हुआ.

इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों के पास से यूपीआई के माध्यम से रजनीश कुमार द्वारा 50 लाख, 50 हजार व 47 हजार भेजा गया था जो कृष्ण मुरारी द्वारा निकाल भी लिया गया है. इसके अतिरिक्त दो आवेदन पत्र रामचंद्र व चांद बाबू के नाम से अंकित है.

इसके अतिरिक्त होटल के कमरे के बेड पर तकिया के नीचे एक पॉलिथीन में एक लाख 93 हजार रुपया बरामद हुआ. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की गई तो चार व्यक्ति गलती की माफी मांगने लगे. इसके बाद पुलिस टीम ने उनके खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468, 471, आईपीसी के तहत केस दर्जकर जेल भेज दिया गया.

लखनऊ: लखनऊ में रोडवेज कंडक्टर संविदा कर्मचारियों की भर्ती के नाम पर ठगी के मामले में पुलिस ने चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि ठगों ने अपना डेरा गोमती नगर के विपुल खंड स्थित रेनेसां होटल को बना रखा था.

इसी बीच ठगी के शिकार कुछ युवकों ने मड़ियांव थाने में इसकी शिकायत की. इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोमतीनगर स्थित रेनेसां होटल में छापेमारी कर इन शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपियों के पास से संविदा नियुक्ति पत्र, तीन मुहर, पासबुक, चेक बुक अप्लाई फॉर्म, लैपटॉप समेत अन्य सामानों की बरामदगी की गई है. साथ ही पुलिस ने 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

मड़ियांव कोतवाल वीर सिंह ने बताया कि कुछ व्यक्ति संदिग्ध रोडवेज कंडक्टर की भर्ती के लिए फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र बनाकर धोखाधड़ी कर रहे थे. उनमें से कुछ रेनेसां होटल विपिन खंड गोमती नगर में रुके हुए थे. होटल के बाहर चिह्नित व्यक्तियों को बुलाकर बहला-फुसलाकर ठगी की जा रही थी.

पुलिस टीम ने रेनेसां होटल के पास पहुंचकर होटल के पास खड़े एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया. पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ में पहचान कृष्ण मुरारी कन्नौज के रूप में दी. कृष्ण मुरारी के पास से लैपटॉप, 3 मोहर प्राइवेट अर्जित फैकल्टी मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड हैंड ऑफ रिक्रूटमेंट नारायण इंटरप्राइजेज, जंक्शन इंटरप्राइजेज की बरामद हुई. एक लैपटॉप, एक चेक बुक एसबीआई की, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन मिला. मोबाइल फोन खुलवाकर देखा गया तो नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ जिसे सुरक्षित किया गया.

पूछताछ में उसने बताया कि उसके सीनियर इसी होटल में ठहरे हैं. उसके सीनियर फर्जी तरीके से नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं. उन्हें नियुक्ति पत्र देकर पैसा ऐंठ लेते हैं. कृष्ण मुरारी से साथियों को बुलाने को कहा गया.

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उसने तीन साथियों को होटल से नीचे बुलाया. होटल से उतर कर नीचे आए व्यक्तियों को रोककर नाम व पता पूछा गया. उन्होंने अपना नाम मनोज गौतम हजरतगंज निवासी बताया. मनोज के पास से दो मोबाइल फोन, 560 रुपये नकद और उसके मोबाइल में भी नियुक्ति का संविदा पत्र मिला जिसका स्क्रीनशॉट लिया गया.

दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम सुनील सिंह यादव आशियाना निवासी के रूप में बताया. उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद हुआ. तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम रिशांत सिंह निवासी दिल्ली बताया. उनके पास से एक आईफोन बरामद हुआ है.

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे लोग रोडवेज में फर्जी परिचालक भर्ती करने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों से पैसा ऐंठते हैं. इसके बाद उन रुपयों को आपस में बांट लेते हैं. इसी उद्देश्य से यह लोग एक बार फिर इकट्ठा हुए थे और कुछ लोगों से इनके द्वारा पैसा भी लिया गया है. जो होटल के कमरे में रखा हुआ है. कुछ कागजात भी रखे हैं.

पुलिस टीम पकड़े गए आरोपियों को साथ लेकर रेनेसां होटल के कमरा नंबर 807 पहुंची. यहां पुलिस को एसबीआई बैंक का दो चेक मिला जिसमें प्रति चेक 50 लाख भरा हुआ था. साथ ही सिंडिकेट बैंक के दो चेक 5000 के बरामद हुए. इसके अतिरिक्त एक पासबुक बैंक ऑफ इंडिया की प्रेरणा पांडे के नाम से तथा 3 संविदा नियुक्ति पत्र चंद्रशेखर, मोतीलाल और चंद्र प्रभाष चौधरी के नाम का बरामद हुआ.

इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों के पास से यूपीआई के माध्यम से रजनीश कुमार द्वारा 50 लाख, 50 हजार व 47 हजार भेजा गया था जो कृष्ण मुरारी द्वारा निकाल भी लिया गया है. इसके अतिरिक्त दो आवेदन पत्र रामचंद्र व चांद बाबू के नाम से अंकित है.

इसके अतिरिक्त होटल के कमरे के बेड पर तकिया के नीचे एक पॉलिथीन में एक लाख 93 हजार रुपया बरामद हुआ. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की गई तो चार व्यक्ति गलती की माफी मांगने लगे. इसके बाद पुलिस टीम ने उनके खिलाफ धारा 406, 420, 467, 468, 471, आईपीसी के तहत केस दर्जकर जेल भेज दिया गया.

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