लखनऊ: पिछले दिनों अर्चना एक्सप्रेस में बेटिकट यात्रा कर रहे पुलिसकर्मियों से टिकट मांगने पर टीटीई की पिटाई के मामले में एक दारोगा सहित चार पुलिसकर्मियों की पहचान कर ली गई है. जीआरपी की तरफ से प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक को आरोपी पुलिसवालों के नाम की सूची भेज दी गई है.
अर्चना एक्सप्रेस के एसी सेकेंड कोच में 14 मार्च यानी मंगलवार को हेड टीटीई संदीप सिंह टिकट की जांच कर रहे थे. सादे कपड़ों में यात्रा कर रहे पुलिसकर्मी से टीटीई संदीप सिंह ने टिकट बनाने काे कहा था. इस पर पुलिसकर्मी ने प्रतापगढ़ में फोन कर दिया था. ट्रेन के प्रतापगढ़ पहुंचते ही 10 से 12 पुलिसकर्मियों ने संदीप सिंह पर धावा बोल दिया था. जब ट्रेन लखनऊ पहुंची तो सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा के आदेश पर अधिकारियों ने घायल टीटीई को लखनऊ मंडल के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया.
जीआरपी थाना पर इस घटना का मुकदमा दर्ज कराया गया. जीआरपी के क्षेत्राधिकारी संजीव सिन्हा ने बताया कि प्रतापगढ़ स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिससे टीटीई की पिटाई कर रहे एक दारोगा सहित चार पुलिसकर्मियों की शिनाख्त कर ली गई. शेष पुलिसकर्मियों की पहचान की कोशिश जारी है. सभी चिन्हित पुलिसकर्मी प्रतापगढ़ के थानों पर तैनात हैं. एसपी प्रतापगढ़ को पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया है.
एक तरफ पुलिसकर्मियों से टीईटी की पिटाई हुई थी तो दूसरी तरफ एक टीटीई ने शराब के नशे में महिला यात्री पर पेशाब कर दी थी. यह दोनों ही मामले रेलवे में चर्चा का विषय बने हुए हैं. एक तरफ टीटीई पर पुलिसकर्मी भारी पड़े तो दूसरी तरफ टीटीई यात्रियों से अभद्र व्यवहार करना भारी पड़ा था. फिलहाल अब एक टीटीई को न्याय की दरकार है. जबकि एक महिला यात्री को टीटीई की हरकतों के बाद बर्खास्तगी के चलते न्याय मिल चुका है.