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लखनऊ में मिले कोविड के चार नए मरीज, एक्टिव केस 12

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Published : Mar 19, 2023, 10:42 PM IST

लखनऊ में कोरोना के चार नए मरीज मिले है. इसके बाद एक्टिव केस की संख्या 12 हो गई है. वहीं, केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर स्टाफ और निजी अस्पताल के संचालक में भिड़ंत हो गई. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

लखनऊ में मिले कोविड के चार नए मरीज,
लखनऊ में मिले कोविड के चार नए मरीज,

लखनऊ: राजधानी में कोरोना के रविवार को चार मरीज मिले. नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अलीगंज के तहत दो महिला मरीज, नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आलमबाग के तहत एक पुरूष मरीज एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरोजनीनगर के तहत एक महिला मरीज मिले है. यह चारों मरीज होम आइलोशन में है और उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. जिले में कोविड एक्टिव केसों की संख्या-12 है.

कोविड-19 से बचाव के लिए साविधानियां

1.वृद्ध एवं बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचे.
2. सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारो एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन करें.

जांच के लिए भेजे गए सैंपल: राजधानी के ब्लाक बीकेटी के नगुवामऊ कला के अन्तर्गत गद्दिनपुरवा में फीवर एवं रैसेस के रोगियों की सूचना प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला सर्विलान्स अधिकारी, एपिडिमियोलाजिस्ट, माइक्रोबायोलाजिस्ट की जनपदीय टीम एवं अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बीकेटी, लखनऊ एवं उनकी चिकित्सीय टीम द्वारा उक्त क्षेत्र का निरीक्षण किया गया. क्षेत्र में निरीक्षण के समय फीवर के साथ लाल चकत्ते (रैसेज) के मरीज मिले. जिनके सैम्पल एकत्रित कराकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं. सैम्पल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मीजिल्स रोग की पुष्टि किया जाना उचित होगा. इसके अलावा रविवार को जिले में एनफ्लूएंजा एच3एन2 का कोई मरीज नहीं मिला है.

ट्रॉमा स्टाफ मरीज को भेज रहा था निजी अस्पताल: केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर गेट पर शनिवार आधी रात निजी अस्पताल संचालक और स्टाफ के बीच भिड़त हो गई. आरोप है ट्रॉमा स्टाफ मरीज को अपने परिचित अस्पताल भेज रहा था. इसे लेकर ट्रॉमा गेट पर दोनों के बीच हाथापाई हो गई. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. गार्डों ने पहुंचकर स्थिति को संभाला. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. डिप्टी सीएम ने मामले की रिपोर्ट तलब कर ली. जिसके बाद स्टॉफ को वहां से हटा दिया गया.

पारा पाल कॉलोनी के रहने वाले महिला को सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजनों ने शनिवार सुबह ट्रॉमा में भर्ती कराया था. तीमारदार का आरोप है इलाज में कोताही बरती जा रही थी. इससे मरीज की हालत में सुधार की बजाए बिगड़ती चली गई. मरीज को वेंटीलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ गई. आरोप है ट्रॉमा स्टॉफ मरीज को अपने परिचित अस्पताल भेजने की जुगाड़ में था. इसी बीच दूसरे अस्पताल के संचालक ने इसका विरोध किया. दोनों के बीच कहासुनी बाद धक्का मुक्की शुरू हो गई.

हंगामा बढ़ता देख गार्डों ने दोनों पक्षों को अलग कराया. तीमारदार मरीज को लेकर पारा स्थिति निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां पर इलाज दौरान महिला की मौत हो गई. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए. दो दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है. वहीं स्टाफ नर्स रिजवान की सेवाएं समाप्त कर दी गई है. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर के मुताबिक, स्टाफ नर्स को हटा दिया गया है. मामले की जांच चल रही है. जांच में दोषी न मिलने पर उसे दोबारा काम पर रखा जाएगा.

यह भी पढ़ें:Corona In India: भारत में 126 दिन बाद कोरोना संक्रमण के 800 से अधिक मामले दर्ज

लखनऊ: राजधानी में कोरोना के रविवार को चार मरीज मिले. नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अलीगंज के तहत दो महिला मरीज, नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आलमबाग के तहत एक पुरूष मरीज एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सरोजनीनगर के तहत एक महिला मरीज मिले है. यह चारों मरीज होम आइलोशन में है और उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है. जिले में कोविड एक्टिव केसों की संख्या-12 है.

कोविड-19 से बचाव के लिए साविधानियां

1.वृद्ध एवं बच्चों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचे.
2. सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारो एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क, सेनेटाइजर की व्यवस्था करते हुए सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन करें.

जांच के लिए भेजे गए सैंपल: राजधानी के ब्लाक बीकेटी के नगुवामऊ कला के अन्तर्गत गद्दिनपुरवा में फीवर एवं रैसेस के रोगियों की सूचना प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ के निर्देशानुसार जिला सर्विलान्स अधिकारी, एपिडिमियोलाजिस्ट, माइक्रोबायोलाजिस्ट की जनपदीय टीम एवं अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बीकेटी, लखनऊ एवं उनकी चिकित्सीय टीम द्वारा उक्त क्षेत्र का निरीक्षण किया गया. क्षेत्र में निरीक्षण के समय फीवर के साथ लाल चकत्ते (रैसेज) के मरीज मिले. जिनके सैम्पल एकत्रित कराकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए हैं. सैम्पल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मीजिल्स रोग की पुष्टि किया जाना उचित होगा. इसके अलावा रविवार को जिले में एनफ्लूएंजा एच3एन2 का कोई मरीज नहीं मिला है.

ट्रॉमा स्टाफ मरीज को भेज रहा था निजी अस्पताल: केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर गेट पर शनिवार आधी रात निजी अस्पताल संचालक और स्टाफ के बीच भिड़त हो गई. आरोप है ट्रॉमा स्टाफ मरीज को अपने परिचित अस्पताल भेज रहा था. इसे लेकर ट्रॉमा गेट पर दोनों के बीच हाथापाई हो गई. काफी देर तक हंगामा चलता रहा. गार्डों ने पहुंचकर स्थिति को संभाला. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. डिप्टी सीएम ने मामले की रिपोर्ट तलब कर ली. जिसके बाद स्टॉफ को वहां से हटा दिया गया.

पारा पाल कॉलोनी के रहने वाले महिला को सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजनों ने शनिवार सुबह ट्रॉमा में भर्ती कराया था. तीमारदार का आरोप है इलाज में कोताही बरती जा रही थी. इससे मरीज की हालत में सुधार की बजाए बिगड़ती चली गई. मरीज को वेंटीलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ गई. आरोप है ट्रॉमा स्टॉफ मरीज को अपने परिचित अस्पताल भेजने की जुगाड़ में था. इसी बीच दूसरे अस्पताल के संचालक ने इसका विरोध किया. दोनों के बीच कहासुनी बाद धक्का मुक्की शुरू हो गई.

हंगामा बढ़ता देख गार्डों ने दोनों पक्षों को अलग कराया. तीमारदार मरीज को लेकर पारा स्थिति निजी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां पर इलाज दौरान महिला की मौत हो गई. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले की जांच के आदेश दिए. दो दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है. वहीं स्टाफ नर्स रिजवान की सेवाएं समाप्त कर दी गई है. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर के मुताबिक, स्टाफ नर्स को हटा दिया गया है. मामले की जांच चल रही है. जांच में दोषी न मिलने पर उसे दोबारा काम पर रखा जाएगा.

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