लखनऊ : यूपी में नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का प्रकोप जारी है. हालांकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की हर संभव मदद करने के लिए यूपी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. यूपी के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से राजस्थान व मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण चंबल, बेतवा, यमुना व अन्य सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा है. इसके कारण वर्तमान में 22 जनपदों के 466 गांव बाढ़ से प्रभावित है.
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों में बचाव कार्य लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि गंगा-कचलाब्रिज बदायूं, प्रयागराज, बलिया, वाराणसी, गाजीपुर, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, प्रयागराज, हमीरपुर, पलियाकलॉ खीरी, तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोंडा में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं. वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित किये गए है. औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है.
इस प्रकार प्रदेश में 01 जून 2021 से अब तक 438.9 मिलीमीटर(MM) औसत वर्षा हई है, जो सामान्य वर्षा 444.2 मिलीमीटर के सापेक्ष 99 प्रतिशत है. मौसम विभाग द्वारा अगले 3 दिनों के लिए चेतावनी जारी की है कि पूर्वी जिलों के जनपद जैसे प्रयागराज, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर और तराई के जनपद बहराइच, श्रावस्ती में भारी बारिश की संभावना है. इस चेतावनी के आधार पर प्रभावित जनपदों के समस्त जिलाधिकारियों को समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं.
राहत आयुक्त ने बताया कि अब तक कुल 10,290 ड्राई राशन किट वितरित किए गए हैं. पिछले 24 घंटे में 20,102 लंच पैकेट तथा अब तक कुल 85,738 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं. प्रदेश में 922 बाढ़ शरणालय तथा 1,015 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है. प्रदेश भर में पिछले 24 घंटे में 9 पशु शिविर स्थापित किए गए हैं. अब तक कुल 430 पशु शिविर स्थापित किए जा चुके हैं. इसी क्रम में पिछले 24 घंटे में 8,440 पशुओं का टीकाकरण किया गया है, अब तक प्रदेश में कुल 7,63,395 पशुओं का टीकाकरण हो चुका है.
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