लखनऊ: लखनऊ की बीबीडी यूनिवर्सिटी के अखिलेश दास क्रिकेट स्टेडियम में साल 2020 में चीफ सेक्रेटरी इलेवन और पंजाब नेशनल बैंक इलेवन के बीच में एक मैत्री क्रिकेट मैच खेला गया था. जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी डीएस चौहान ने 3 विकेट लेकर शानदार गेंदबाजी करते हुए बेस्ट बॉलर का अवार्ड जीता था. मगर बल्लेबाजी में वे केवल 3 रन बना सके थे. इसके अलावा क्रिकेट से जुड़े उनका कोई रिकॉर्ड कहीं से प्राप्त नहीं हुआ है. इसके बावजूद वे उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक चुने गए हैं. वे उत्तर प्रदेश में क्रिकेट के कल्याण के लिए काम करेंगे.
यूपी के पूर्व डीजीपी डीएस चौहान को उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के निदेशक मंडल (Former UP DGP DS Chauhan becomes UPCA Director) में नामित किया गया है, जिसके वह आजीवन सदस्य हैं. UPCA (Uttar Pradesh Cricket Association) ने कहा कि चौहान का राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने का अनुभव संघ के काम आएगा जबकि डीजीपी देवेंद्र सिंह का क्रिकेट के प्रति प्रेम उनके लिए मददगार साबित होगा. जल्द ही उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की वेबसाइट पर उनका नाम निदेशक के तौर पर दिखाई देने लगेगा. क्रिकेट के विकास के लिए चौहान के काम से यूपीसीए को और मदद मिलेगी.
इससे पहले खेल संघों में अफसरों और नेताओं के होने पर सवाल उठाए जाते रहे हैं. इस बात को लेकर आपत्ति जताई जाती रही है कि खेल और खिलाड़ियों के बीच अफसरों और नेताओं का क्या काम. जिनको एक अंतरराष्ट्रीय जंगली न्यू मैच का भी अनुभव नहीं होता, वो किस तरह से खेल प्रशासक बनकर क्रिकेटरों पर राज करते हैं. इसी बीच में डीए चौहान को या महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देकर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपीसीए में खेल प्रशासक अफसरों के बीच से आते रहेंगे.