लखनऊ: भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर कुड़िया घाट पर तहरी भोज का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में महापौर संयुक्ता भाटिया भी शामिल हुईं. कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने पूर्व प्रधानमंत्री से जुड़े अपने संस्मरण भी साझा किए. उन्होंने अपने संस्मरणों को याद करते हुए बताया कि राजनीति में मूल्यों और आदर्शो को प्राथमिकता देकर राष्ट्रधर्म का पालन करने वाले, भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की छवि आम जनमानस में ऐसी थी, जिस पर कोई भी आंख मूंद कर विश्वास कर सकता था. महापौर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जो सपने हैं वह साकार किए जाएंगे. बता दें कि विगत 25 वर्षों से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन पर कुड़िया घाट पर तहरी भोज का आयोजन किया जाता रहा है.
लोगों को संबोधित करती महापौर संयुक्ता भाटिया. अटल बिहारी वाजपेई की कर्मभूमि रहा है लखनऊमहापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि लखनऊ अटल बिहारी की कर्मभूमि रही है. उन्होंने कहा कि लखनऊ अटल का था, है और रहेगा. यहां गलियों, चौराहों, पार्कों, दुकानों से लेकर सियासी गलियारों तक अटल से जुड़े किस्से और कहानियां मशहूर है. पूर्व प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व कार्यकर्ताओं का विकास कर उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करने वाला था. आज पौध रूपी कार्यकर्ता वट-वृक्ष रूपी अटल के सानिध्य में अब वट-वृक्ष बन चुके हैं.
विपक्ष के बहकावे में ना आये किसान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसान संवाद कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और हमारे प्रधानमंत्री कभी भी किसानों का अहित नहीं सोच सकते. उनके एजेंडे में किसान हमेशा सर्वोपरि रहा है. किसान विपक्ष के बहकावे में न आएं, वह सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं.