लखनऊ: बहराइच जनपद की पयागपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रह चुके मुकेश कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है. विजिलेंस टीम ने लखनऊ सेक्टर में पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव की संपत्तियों में आरोप सही पाए जाने पर शासन से मुकदमा दर्ज करने की अनुमति मांगी थी. शासन की अनुमति पर विजिलेंस टीम के निरीक्षक आलोक कुमार राय ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना कर रहे थे.
बता दें कि शासन ने पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव के खिलाफ वर्ष 2021 में विजिलेंस को खुली जांच करने का आदेश दिया था. विजिलेंस टीम ने मुकेश श्रीवास्तव की संपत्तियों की जांच कर अपनी अंतिम रिपोर्ट 12 अक्टूबर 2022 को शासन को सौंपी थी. रिपोर्ट के मुताबिक जांच के लिए निर्धारित अवधि के दौरान मुकेश श्रीवास्तव की उनकी समस्त वैध स्रोतों से 1 करोड़ 12 लाख 65 हजार 635 रुपये की आय की जानकारी हुई थी.
वहीं इस अवधि के दौरान उन्होंने चल-अचल संपत्तियों को खरीदने और भरण-पोषण में 1 करोड़ 79 लाख 96 हजार 526 रुपये व्यय किए. इस तरह उन्होंने अपनी आय के वैध स्रोतों से 67 लाख 30 हजार 891 रुपये अधिक व्यय किए. इस बारे में जब मुकेश श्रीवास्तव से विजिलेंस ने जवाब-तलब किया तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके. इसके बाद शासन की अनुमति पर विजिलेंस टीम के निरीक्षक आलोक कुमार राय ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी थी.
मुकेश श्रीवास्तव और उनकी पत्नी पूजा श्रीवास्तव एनआरएचएम घोटाले के आरोपी भी रह चुके हैं. इसके अलावा उनके भाई के खिलाफ भी सीबीआई ने केस दर्ज किया था. इस मामले में मुकेश श्रीवास्तव को जेल भी जाना पड़ा था. वर्ष 2014 के घोटाले में नाम आने के बावजूद कांग्रेस ने उनको बहराइच से लोकसभा का टिकट दिया था. हालांकि 2017 में उन्होंने समजावादी पार्टी ज्वाइन कर ली और वर्ष 2017 और 2022 में सपा के टिकट पर पयागपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों ही चुनावों में उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा.
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