लखनऊ : विधानसभा चुनाव 2022 से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को परेशानी में डाल दिया था. उनके तमाम नेता तोड़कर समाजवादी पार्टी में जोड़ लिए थे. अब समय एक बार फिर मायावती का अखिलेश को झटका देने का आ रहा है. इसका सिलसिला शुरू हो गया है. मंगलवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बहुजन समाज पार्टी में शामिल होंगे.
सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरशाद खान बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. पूर्व विधायक इरशाद खान को सपा में सम्मान नहीं मिलने का दर्द है. यही दर्द इन्हें बसपा से जुड़ने को मजबूर कर रहा है. समाजवादी पार्टी सरकार में इरशाद खान दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी रहे थे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. इरशाद का आरोप है कि मुसलमान हमेशा समाजवादी पार्टी का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन सपा मुखिया मुसलमानों के साथ खड़े नहीं नजर आ रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों इरशाद खान के घर आयोजित शादी समारोह में भी अखिलेश यादव ने हिस्सा लिया था. इरशाद खान को अखिलेश का करीबी भी माना जाता रहा है, लेकिन अब यह दूरियां बढ़ गई हैं. इरशाद खान मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
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बता दें कि एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी कार्यकारिणी भंग कर दी थी. अब सिर्फ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ही अपने पद पर बने हुए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वयं अखिलेश यादव हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हैं. अखिलेश के इस कदम के बाद अब समाजवादी पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है.
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सपा के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री थामेंगे बसपा का दामन, कल लेंगे सदस्यता - प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल
सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरशाद खान बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया था.
लखनऊ : विधानसभा चुनाव 2022 से पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को परेशानी में डाल दिया था. उनके तमाम नेता तोड़कर समाजवादी पार्टी में जोड़ लिए थे. अब समय एक बार फिर मायावती का अखिलेश को झटका देने का आ रहा है. इसका सिलसिला शुरू हो गया है. मंगलवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बहुजन समाज पार्टी में शामिल होंगे.
सूत्रों के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरशाद खान बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. पूर्व विधायक इरशाद खान को सपा में सम्मान नहीं मिलने का दर्द है. यही दर्द इन्हें बसपा से जुड़ने को मजबूर कर रहा है. समाजवादी पार्टी सरकार में इरशाद खान दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भी रहे थे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुसलमानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. इरशाद का आरोप है कि मुसलमान हमेशा समाजवादी पार्टी का समर्थन करते रहे हैं, लेकिन सपा मुखिया मुसलमानों के साथ खड़े नहीं नजर आ रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों इरशाद खान के घर आयोजित शादी समारोह में भी अखिलेश यादव ने हिस्सा लिया था. इरशाद खान को अखिलेश का करीबी भी माना जाता रहा है, लेकिन अब यह दूरियां बढ़ गई हैं. इरशाद खान मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
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बता दें कि एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी कार्यकारिणी भंग कर दी थी. अब सिर्फ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ही अपने पद पर बने हुए हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वयं अखिलेश यादव हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हैं. अखिलेश के इस कदम के बाद अब समाजवादी पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने की संख्या और भी ज्यादा हो सकती है.
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