लखनऊ: पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर और एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर (Activist Dr. Nutan Thakur ) ने उत्तर प्रदेश में होमगार्ड विभाग (Home Guard Department in Uttar Pradesh) के अपर मुख्य सचिव अनिल कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व आईपीएम (IPS) अमिताभ ठाकुर ने एक गुमनाम पत्र से की गई शिकायत का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को एक पत्र लिखा है. उन्होंने, ACS होमगार्ड के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा है कि प्राप्त गुमनाम शिकायत के अनुसार ACS अनिल कुमार ने होमगार्ड विभाग में एक दागी अफसर को सतर्कता अधिकारी बनाया है.
अमिताभ ठाकुर की माने तो शिकायती पत्र में ACS होमगार्ड की कई अन्य गड़बड़ियों का जिक्र है. कहा गया कि प्रमुख रूप से नोएडा फर्जी ड्यूटी कांड में आरोपी राम नारायण चौरसिया, गिरिराज सिंह और अवैध संपत्ति की जांच समेत अन्य गंभीर आरोपों के आरोपी एपी सिंह और गिरीश कटिहार को जांच प्रचलित होने के बाद भी नियमों के खिलाफ पदोन्नति करते हुए उन्हें मलाईदार तैनाती दी गई. अमिताभ ठाकुर का कहना है कि शिकायत पत्र में मोटी वसूली कर मलाईदार तैनाती दिए जाने का जिक्र है. कहा-केएच मिश्रा, चंद्र मोहन मिश्रा और दिलीप यादव को बिना विकल्प दिए ही नियम के विपरीत अच्छी तैनाती दी गई. अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए संस्तुति किए गए रणजीत सिंह को तथ्यों को छिपाकर और नियमों को दरकिनार कर पदोन्नति कर अच्छी तैनाती दी गई.
अमिताभ ठाकुर की माने तो ACS अनिल कुमार ने शासन द्वारा संबद्धता पर रोक लगाने के बाद भी इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, हवलदार, बाबू, चपरासी, कुक और कहार समेत लगभग एक हजार कर्मचारियों को अवैध ढंग से संबद्ध कर रखा है. इसके एवज में ACS ने मनमानी वसूली की है. IPS अमिताभ और नूतन ठाकुर ने इन आरोपों को गंभीर बताते हुए उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की है.
इसे भी पढ़ें-ETV Bharat Impact: ख़बर को प्रमुखता देने पर हरकत में आए अधिकारी, कल्याणपुर के 'कल्याण' के लिए अब बन रहा ख़ाका!
बता दें कि, अमिताभ ठाकुर ने इससे पहले भी एक गुमनाम शिकायती पत्र का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश होमगार्ड विभाग में हो रही अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने होमगार्ड विभाग में पिछले 15 वर्षों से 1348 होमगार्ड जवानों के लापता होने और उनका वेतन आहरित होने की बात कही थी. साथ ही उन्होंने पूर्व में गायब हुए राइफल और कारतूस प्रकरण की जांच दबाने का भी आरोप लगाते हुए दोबारा जांच कराने की मांग की थी. यही नहीं अमिताभ ठाकुर ने विगत दिनों दो हजार करोड़ का ड्यूटी भत्ता एरियर का भुगतान अनियमित तरीके से करने का भी आरोप लगाया था.