लखनऊ : तबादलों पर सवाल उठाने के आरोप में निलंबित DIG होमगार्ड, झांसी (बुंदेलखंड) संजीव कुमार शुक्ला के पक्ष में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि गड़बड़ियों व भ्रष्टाचार के विषय में आवाज उठाने पर उन्हें सजा मिली है.
सरकारी कर्मचारियों को सच बोलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है. अमिताभ बोले कि DIG होमगार्ड का निलंबन गलत है. प्रशासनिक भ्रष्टाचार को सामने लाना सेवा नियमावली में निषिद्ध नहीं है.
उन्होंने DIG होमगार्ड को जल्द बहाल करने की मांग की. बात दें कि उत्तर प्रदेश शासन के निर्णय के खिलाफ तबादलों पर आवाज उठाने पर डीआईजी होमगार्ड, झांसी (बुंदेलखंड) संजीव कुमार शुक्ला को गृह विभाग ने निलंबित कर दिया था.
अपर मुख्य सचिव, होमगार्ड अनिल कुमार ने बताया कि आचरण नियमावली के तहत डीआइजी संजीव कुमार शुक्ला के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है. दरअसल, जून माह में बड़े पैमाने पर होमगार्ड जिला कमांडेंट के तबादलों को लेकर सवाल उठाए थे.
यह भी गढ़ें : विधानसभा चुनाव 2022 : भाजपा की रणनीति के फिर 'खेवनहार' बनेंगे पन्ना प्रमुख
आरोप है कि डीआईजी संजीव कुमार शुक्ला ने तबादले को लेकर होमगार्ड अधिकारियों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर कुछ संदेश चलाए थे. माना गया है कि संजीव कुमार शुक्ला ने अनावश्यक रूप से अधिकारियों को भड़काने का प्रयास किया था. यही नहीं, तबादले के मामले में डीआईजी ने मीडिया में भी इसे लेकर बयान दिया था.
-
विभागीय भ्रष्टाचार को सामने लाना कोई कदाचार नहीं. DIG होमगार्ड संजीव शुक्ला का निलंबन पूरी तरह गलत और सही बात करने वालों में डर फैलाने का अनुचित प्रयास. अविलंब बहाल करें. @UPGovt @CMOfficeUP pic.twitter.com/HpUBKMLvuk
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 9, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">विभागीय भ्रष्टाचार को सामने लाना कोई कदाचार नहीं. DIG होमगार्ड संजीव शुक्ला का निलंबन पूरी तरह गलत और सही बात करने वालों में डर फैलाने का अनुचित प्रयास. अविलंब बहाल करें. @UPGovt @CMOfficeUP pic.twitter.com/HpUBKMLvuk
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 9, 2021विभागीय भ्रष्टाचार को सामने लाना कोई कदाचार नहीं. DIG होमगार्ड संजीव शुक्ला का निलंबन पूरी तरह गलत और सही बात करने वालों में डर फैलाने का अनुचित प्रयास. अविलंब बहाल करें. @UPGovt @CMOfficeUP pic.twitter.com/HpUBKMLvuk
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 9, 2021
11 जुलाई को ट्रांसफर के बाद छिड़ी थी बहस
11 जुलाई को होमगार्ड डिपार्टमेंट के कई कमांडेंट का ट्रांसफर एक जिले से दूसरे जिले में किया गया था. इस पर सवाल उठाते हुए डीआईजी होमगार्ड ने कहा था कि ये ट्रांसफर गलत है. उन्होंने लिखा था कि ये ट्रांसफर नीति गलत के खिलाफ है और गलत तरीके से अफसरों का ट्रांसफर हुआ है.
इस ग्रुप में 97 अफसर जुड़े हुए हैं और इनमें से 86 सीनियर अफसरों ने डीआईजी का समर्थन किया था जबकि 11 लोगों ने तबादलों को सही ठहराया था. इसी बात को लेकर ग्रुप में खूब बहस हुई थी.