लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हो गए. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बसपा को तगड़ा झटका लगा है. वहीं बीएसपी से मुजफ्फरनगर के सांसद रहे कादिर राणा ने भी कार्यकर्ताओं के साथ सपा ज्वाइन की है.
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा 2019 में देवरिया के सलेमपुर लोकसभा के प्रत्याशी थे. कुछ दिन पहले ही सपा मुखिया अखिलेश यादव से उन्होंने मुलाकात की थी. आरएस कुशवाहा के साथ कर्मचारियों के बड़े नेता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी ने भी साइकिल पर सवारी कर ली.
इसके अलावा 2009 में बहुजन समाज पार्टी से सांसद रहे मुजफ्फरनगर के कादिर राणा ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. बता दें कि 17 साल बाद कादिर राणा की घर वापसी हुई है. पूर्व विधायक उदय लाल मौर्या समेत तमाम नेता भी सपा में शामिल हुए. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलाई है.
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज यूपी में बच्चे कुपोषित हैं. गरीबों को राशन नहीं मिल रहा. पता नहीं भाजपा सरकार कौन सा राशन बांट रही हैं. ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2021 में भारत की रैकिंग 101 आने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला. कहा कि भाजपा ने बच्चों का भविष्य बर्बाद कर दिया है. बेरोजगारी चरम पर हैं, मंहगाई से जनता परेशान है.
समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद आरएस कुशवाहा ने कहा कि अखिलेश यादव भावी मुख्यमंत्री हैं. भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जुमलेबाज सरकार से जनता परेशान है. न्याय मांग रहे किसानों पर गाड़ी चढ़ाई जा रही है. इस सरकार से हर वर्ग के लोग त्रस्त हैं. सभी अखिलेश यादव की तरफ आस लगाए हुए हैं. बसपा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंने 30 साल तक बसपा में काम किया. आज वह पार्टी पूरी तरह से भटक गई है. एक एककर सभी दुखी होकर बसपा छोड़कर सपा में आ रहे हैं.
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इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नारा चलता है. सबका साथ सबका विकास, लेकिन ये नारा धरातल पर नहीं है. यह नारा अखिलेश यादव के यहां चरितार्थ होता दिखता है. हम सभी को समाजवादी पार्टी के साथ जोड़ेंगे. जब तक अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री नहीं बना देते हम चैन से नहीं बैठेंगे. उन्होंने आगे कहा कि अधीनस्थ चयन सेवा आयोग में 4 वर्ष में 40 हजार नौकरियां हुई हैं, लेकिन यह कह रहे हैं कि साढ़े चार लाख नौकरियां दे दी. इस सरकार ने सारी नौकरियां समाप्त कर दीं. ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह यह सरकार काम कर रही है.
उधर भारतीय जनता पार्टी ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि वे हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा ने कहा है कि समाजवादी पार्टी तो हारी हुई लड़ाई लड़ रही है. अखिलेश यादव की समझ से जीत के जो फार्मूले थे, वो उन्होंने अपना लिए और हर बार बुरी तरह हारे. अब इस तरह के तमाशों से वो 22 का सपना बुन रहे हैं. थोड़ा इंतजार कीजिये, बहुत सारे सियासी दलों का वो हाल होने जा रहा है, जो उन्होंने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा.