लखनऊः सर्दियां बढ़ने के साथ ही जिले के मलिहाबाद क्षेत्र में हिंसक जानवरों का खतरा बढ़ने लगा है. किसी जंगली जानवर के पैरों के निशान भी देखे गए हैं. हालांकि अभी तक कोई जंगली जानवर दिखाई नहीं दिया है. वन विभाग की टीम ने जंगली जानवर को पकड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं.
खेतों तक नहीं जा रहे किसान
मलिहाबाद में रहमानखेड़ा जंगल से मिले हुए गांवों दुगौली, नई बस्ती, धनेवा में जंगली जानवर के पैरों के निशान मिलने के बाद दहशत का माहौल है. लोग घर से बाहर निकलने में डर रहे हैं. किसान भयभीत होकर अपने खेतों तक भी नही पहुंच पा रहे. वहीं, वन विभाग ने जंगली जानवर को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया है. साथ ही जंगली क्षेत्रों में टीम बनाकर कांबिंग भी शुरू कर दी गई है.
ग्रामीणों के लिए अपील जारी
प्रशासन की ओर से मलिहाबाद में लोगों को रात में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है. साथ ही लोगों को झुंड में चलने के लिए कहा गया है. आसपास के जंगल में वन विभाग की टीम जंगली जानवर की लोकेशन जुटा रही है. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जंगली जानवर रात में ही शिकार करने के साथ यात्रा भी करता है. दिनभर जंगल व झाड़ियों में छिपा रहता है. तीन दिन से जानवर के नए पगमार्क न मिलने से माना जा रहा है कि उसने क्षेत्र बदल दिया है. मामले में डीएफओ डॉ. आरके सिंह ने मलिहाबाद गांव में हिंसक जंगली जानवर होने की पुष्टि की है. साथ ही ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए अपील जारी की है.