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राजधानी में कोहरे का कहर, धारूहेड़ा रहा सबसे प्रदूषित शहर

देशभर में बुधवार को सबसे प्रदूषित पांच शहरों में यूपी के चार शहर शामिल हैं. देश का सबसे प्रदूषित शहर धारूहेड़ा रहा. वहीं, गाजियाबाद, बुलंदशहर, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में भी एक्यूआई खतरनाक स्थिति में पहुंच गया. ठंड और कोहरे के चलते बुधवार को लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 386 रहा.

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Published : Dec 10, 2020, 3:07 PM IST

लखनऊ में कोहरे का कहर.
लखनऊ में कोहरे का कहर.

लखनऊ: बीते दिनों यूपी में कई शहरों की आबोहवा खराब होने के साथ राजधानी में भी प्रदूषण काफी फैलता जा रहा था. वहीं, लखनऊ की हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा था, लेकिन बुधवार को लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 386 रहा. राजधानी और आसपास के इलाकों में करीब रात 9 बजे के बाद कोहरे ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया. इसके चलते शहर में वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई.


यूपी के बड़े शहरों की एक्यूआई 414 दर्ज
यूपी के बड़े शहरों की हवा की गुणवत्ता के बारे में अगर बात करें तो कानपुर, बुलंदशहर का एक्यूआई 414 और धारूहेड़ा का एक्यूआई 428 दर्ज किया गया जो सबसे अधिक था. गाजियाबाद का 400, फरीदाबाद का 395, बुलंदशहर का 414, आगरा का 396, ग्रेटर नोएडा का 406, मेरठ का 333, फरीदाबाद का 381, मुरादाबाद का 373 और नोएडा का एक्यूआई 374 दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो पहाड़ों पर बारिश के आसार बन रहे हैं. ऐसे में हवाओं में नमी बढ़ेगी. इससे चलते मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ेगी. फिलहाल गर्म हवा से राज्य के अधिकतर इलाकों में पारा सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है.


सर्द मौसम में इसलिए बढ़ जाता है प्रदूषण
प्रदूषण के मामले में लखनऊ दिसंबर में दूसरे नंबर पर था. मंगलवार को कानपुर और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा प्रदूषण पाया गया था. बीते चार दिसंबर को प्रदूषण के मामले में पहले नंबर पर कानपुर और दूसरे नंबर पर लखनऊ था. राजधानी की बात की जाए तो इस समय सुबह-शाम कोहरे का सिलसिला लगातार जारी है. हवा आसमान में एक परत बना लेती है जिसे धरती से उड़ने वाली धूल, धुआं और गैस इस हवा के आवरण को पार नहीं कर पाती है. इसके कारण दूषित वायु निचले स्तर पर ही बनी रहती है और यही कारण है कि सर्द मौसम में प्रदूषण बढ़ जाता है. हालांकि दिन में तेज धूप के चलते वातावरण साफ हो जाता है, लेकिन सुबह-शाम ठंड बढ़ने पर हवा ठंडी हो जाती है.


आगरा में बढ़ते प्रदूषण का हाल
ताजनगरी की हवा बुधवार को जहरीली और दमघोंटू हो गई. बुधवार आगरा शहर का एक्यूआई स्तर बढ़कर 400 जा पहुंच. जहरीली हवा से लोगों को आंखों में जलन, खुजली और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. बुधवार देर शाम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से 123 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया गया. इसमें देश का सबसे प्रदूषित शहर धारूहेड़ा रहा. यहां का एक्यूआई 440 रहा. वहीं, देश का पांचवां प्रदूषित शहर आगरा रहा. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा. इसके साथ ही ताज नगरी पर धुंध और कोहरे की चादर छाई रह सकती है.


ताजनगरी की वायु गुणवत्ता खतरनाक
ताजनगरी की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है. बुधवार को हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा मानक से दस गुना अधिक रही. इसके साथ ही कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा भी मानक से 20 गुना ज्यादा रही. यही वजह रही कि आगरा में बढ़ते प्रदूषण से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं.

लखनऊ: बीते दिनों यूपी में कई शहरों की आबोहवा खराब होने के साथ राजधानी में भी प्रदूषण काफी फैलता जा रहा था. वहीं, लखनऊ की हवा की गुणवत्ता में सुधार देखने को मिल रहा था, लेकिन बुधवार को लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 386 रहा. राजधानी और आसपास के इलाकों में करीब रात 9 बजे के बाद कोहरे ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया. इसके चलते शहर में वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई.


यूपी के बड़े शहरों की एक्यूआई 414 दर्ज
यूपी के बड़े शहरों की हवा की गुणवत्ता के बारे में अगर बात करें तो कानपुर, बुलंदशहर का एक्यूआई 414 और धारूहेड़ा का एक्यूआई 428 दर्ज किया गया जो सबसे अधिक था. गाजियाबाद का 400, फरीदाबाद का 395, बुलंदशहर का 414, आगरा का 396, ग्रेटर नोएडा का 406, मेरठ का 333, फरीदाबाद का 381, मुरादाबाद का 373 और नोएडा का एक्यूआई 374 दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो पहाड़ों पर बारिश के आसार बन रहे हैं. ऐसे में हवाओं में नमी बढ़ेगी. इससे चलते मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ेगी. फिलहाल गर्म हवा से राज्य के अधिकतर इलाकों में पारा सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है.


सर्द मौसम में इसलिए बढ़ जाता है प्रदूषण
प्रदूषण के मामले में लखनऊ दिसंबर में दूसरे नंबर पर था. मंगलवार को कानपुर और गाजियाबाद में सबसे ज्यादा प्रदूषण पाया गया था. बीते चार दिसंबर को प्रदूषण के मामले में पहले नंबर पर कानपुर और दूसरे नंबर पर लखनऊ था. राजधानी की बात की जाए तो इस समय सुबह-शाम कोहरे का सिलसिला लगातार जारी है. हवा आसमान में एक परत बना लेती है जिसे धरती से उड़ने वाली धूल, धुआं और गैस इस हवा के आवरण को पार नहीं कर पाती है. इसके कारण दूषित वायु निचले स्तर पर ही बनी रहती है और यही कारण है कि सर्द मौसम में प्रदूषण बढ़ जाता है. हालांकि दिन में तेज धूप के चलते वातावरण साफ हो जाता है, लेकिन सुबह-शाम ठंड बढ़ने पर हवा ठंडी हो जाती है.


आगरा में बढ़ते प्रदूषण का हाल
ताजनगरी की हवा बुधवार को जहरीली और दमघोंटू हो गई. बुधवार आगरा शहर का एक्यूआई स्तर बढ़कर 400 जा पहुंच. जहरीली हवा से लोगों को आंखों में जलन, खुजली और सांस लेने में दिक्कत होने लगी. बुधवार देर शाम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से 123 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया गया. इसमें देश का सबसे प्रदूषित शहर धारूहेड़ा रहा. यहां का एक्यूआई 440 रहा. वहीं, देश का पांचवां प्रदूषित शहर आगरा रहा. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा. इसके साथ ही ताज नगरी पर धुंध और कोहरे की चादर छाई रह सकती है.


ताजनगरी की वायु गुणवत्ता खतरनाक
ताजनगरी की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है. बुधवार को हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा मानक से दस गुना अधिक रही. इसके साथ ही कार्बन मोनोऑक्साइड की अधिकतम मात्रा भी मानक से 20 गुना ज्यादा रही. यही वजह रही कि आगरा में बढ़ते प्रदूषण से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं.

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