लखनऊ : पश्चिमी ज़ोन की तालकटोरा पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह की 5 शातिर महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है. इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उस ऑटो चालक को भी गिरफ्तार किया जो चोरी में इस गिरोह की मदद करता था.
पुलिस ने इनके पास से 14,300 रुपये व घटना में प्रयुक्त ऑटो भी बरामद किया है. इंस्पेक्टर तालकटोरा राकेश कुमार ने बताया कि 11 जनवरी को थाना क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक में एक बुजुर्ग को झांसा देकर 50 हजार रुपये चोरी कर लिए गए. घटना की जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची तो पड़ताल शुरू की गई.
घटना के अनावरण के लिए सर्विलांस व मुखबिरों समेत तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. इस दौरान एक फुटेज में संदिग्ध ऑटो यूपी-32 जेएन 9402 को चिह्नित किया गया. मामले के अनावरण के लिए विभिन्न टीम बनाई गई. इसी दौरान गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली कि जिस गिरोह की तलाश पुलिस को है, उस गिरोह की महिलाएं राजाजीपुरम् के मधुवन के पास मौजूद हैं.
मुखबिर की सूचना पर एसआई विजय कुमार व दिलीप कुमार की टीम ने मौके से कासो, शर्मिला, हीना, रोमा व करिश्मा नामक 5 महिलाओं समेत हरदोई संडीला निवासी ऑटो चालक गोपाल को ऑटो समेत गिरफ्तार कर लिया. उनसे 14300 रुपये बरामद किए गए.
यह भी पढ़ें : उन्नाव में अबतक की सबसे बड़ी गांजे की खेप बरामद, 8 गांजा तस्कर गिरफ्तार..
सूनसान इलाको पर रहती थी नजर
गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि वे सभी राजेगढ़ मध्यप्रदेश की हैं. छह दिन पहले ही ये सभी लखनऊ आई थी. लखनऊ में रैन बसेरों व स्टेशन पर रुक रहीं थीं. सूनसान इलाकों में अथवा बैंकों में बुजुर्ग लोगों को शिकार बनाकर नकदी चोरी कर फरार हो जातीं थीं.
चूंकि लखनऊ के बारे में गिरोह को पूरी जानकारी नही थी, इसलिए ऑटो चालक गोपाल को बुक कर लिया था. गोपाल ही उनका मार्ग निर्देशन करता था. 11 तारीख को गोपाल ही सभी को पंजाब नेशनल बैंक ले गया था.
आरोपित महिलाओं ने बताया कि उनके साथ ही राजेगढ़ से सलमा नामक एक महिला भी आई थी. चोरी व झांसे का पूरा प्लान वही बनाती थी. 11 को भी सलमा साथ थी. चोरी के बाद सलमा ने सभी को चार-चार हजार रुपये खर्चा दिया. बीस हजार रुपये लेकर गांव फरार हो गई. इंस्पेक्टर तालकटोरा राकेश कुमार ने बताया कि फिलहाल फरार सलमा की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.