सुलतानपुरः 40 दिन तक न्याय नहीं मिलने के बाद स्कूल के सामने आत्मदाह करने के प्रयास के बाद आखिरकार अधिकारियों की नींद खुली. एसपी के प्रकरण संज्ञान लेने पर पीड़ित का मुकदमा हरिजन एक्ट मारपीट समेत अन्य धाराओं में दर्ज किया गया. वहीं एसपी ने उप निरीक्षक समेत पांच पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
मामला सुल्तानपुर जिले के कादीपुर कोतवाली अंतर्गत सूरापुर चौकी क्षेत्र के ग्राम मगरावां से जुड़ा हुआ है. जहां के स्थानीय निवासी सर्वेश गौतम पुत्र बद्री गौतम (26 वर्ष) साइकिल से लगभग 40 दिन पूर्व जा रहे थे. इसी दौरान बाइक सवार से मामूली कहासुनी के दौरान उनसे मारपीट की गई और गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई. पीड़ित सर्वेश गौतम लगातार मुकदमा दर्ज कराने के लिए सुरापुर चौकी से लेकर कादीपुर कोतवाली तक दौड़ते रहे.
इस दौरान खाकी अपने पुराने अंदाज में रही और मुकदमा दर्ज करना भी मुनासिब नहीं समझा. बहरहाल बीते मंगलवार को युवक सर्वेश गौतम ने गांव के विद्यालय के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया ग्रामीणों की मदद से उसे बचा लिया गया. पूरे प्रकरण को पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन मिश्रा ने गंभीरता से लिया है.
युवक ने न्याय नहीं मिलने पर मुकदमा दर्ज नहीं होने का आरोप लगाते हुए आत्मदाह करने का प्रयास किया था. युवक को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल लखनऊ में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत सामान्य है. कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के मामले में उप निरीक्षक शशि कांत पटेल, आरक्षी बब्बन यादव, प्रदीप कुमार, अखिलेश यादव एवं अर्पित कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है.
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