लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के कार्यक्रम में बिजली गुल होने के चलते दो अभियंताओं का ट्रांसफर कर दिया गया. इन दोनों अभियंताओं का ट्रांस गोमती से प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के लिए तबादला कर दिया गया. बिजली गुल होने के मामले में लेसा ट्रांस गोमती के दो अभियंताओं सर्किल अफसर 10 के सतीश चंद्र सिंह और बख्शी का तालाब के अधिशासी अभियंता रंजीत चौधरी को जिम्मेदार मानते हुए उनका ट्रांसफर कर दिया गया.
दो दिन पहले सोमवार को लखनऊ उत्तर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों का शिलान्यास समारोह चल रहा था. समारोह स्थल खचाखच भरा था. शिलान्यास के बाद नगर विकास व ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा स्थानीय निवासियों को संबोधित कर रहे थे. इसी बीच अचानक बिजली गुल हो गई. इससे वहां मौजूद अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए. एयर कंडीशन वाले कमरे में अधिकारियों को पसीना आने लगा.
बिना माइक के नगर विकास मंत्री ने संबोधन जारी रखा. करीब पांच मिनट बाद पंखे तो चल गए लेकिन माइक नहीं चालू हुआ. इसके बाद अलग माइक की व्यवस्था की गई. सोमवार को ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम को लेकर बुधवार को दो अभियंताओं को भुगतना अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. इनमें सतीश चंद्र सिंह मध्यांचल निगम निगम से संबद्ध हुए जबकि रंजीत चौधरी को श्रावस्ती भेजा गया. सतीश चंद की जगह पर एके राय और रंजीत चौधरी के स्थान पर श्रावस्ती के जीपी सिंह को तैनात किया गया.
बता दें कि हर समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा अधिकारियों को निर्देश जारी करते रहते हैं कि किसी भी कीमत पर बिजली गुल न होने पाए. अभी से तैयारी कर लें, ऊर्जा मंत्री की बातों को अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हैं इसका उदाहरण ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम में गुल हुई बिजली से लगाया जा सकता है. उपभोक्ताओं की शिकायत है कि ऊर्जा मंत्री के कार्यक्रम में सिर्फ पांच मिनट ही बिजली गुल हुई और दो अधिकारियों पर गाज गिर गई लेकिन उपभोक्ताओं को घंटों बिजली संकट झेलना पड़ता है लेकिन अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.
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