लखनऊ : प्रभारी मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह ने रामचरित मानस की प्रतियां फाड़कर पैरों से कुचलने व जलाने के मामले में निरुद्ध अभियुक्त सत्येंद्र कुशवाहा, मोहम्मद सलीम, देवेंद्र प्रताप यादव, यशपाल सिंह व सुरेश सिंह यादव को 24 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेज दिया है. कोर्ट ने यह आदेश इस मामले के विवेचक व थाना पीजीआई के वरिष्ठ उप निरीक्षक चन्द्रभानु वर्मा की अर्जी को मंजूर करते हुए दिया है. अभियुक्तों की कस्टडी रिमांड की अवधि एक फरवरी की सुबह 11 बजे से शुरु होगी.
वरिष्ठ लोक अभियोजक उदय श्याम तिवारी ने विवेचक की अर्जी पर बहस करते हुए, दलील दी कि अभियुक्तों को कम से कम पांच दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर भेजा जाए. उनका कहना था कि विगत सोमवार को इन पांचों अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. इन अभियुक्तों से इस मामले के अन्य अभियुक्तों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करना है. उन्होंने कोर्ट को बताया कि इनसे यह भी पता लगाना है कि रामचरित मानस की प्रतियां लखनऊ के अलावा और कहां फाड़कर जलाने की योजना है व इनकी योजना में कौन-कौन लोग शामिल हैं. कहा गया कि यह भी पता करना है कि जिस रामचरित मानस की प्रतियां बनाकर जलाया गया, उसकी मूल प्रति की बरामदगी भी करानी है. यह भी दलील दी गई कि इस मामले में किसी बाहरी देश की एजेंसी का हाथ तो नहीं है, इस संदर्भ में भी पूछताछ की जानी है.
उल्लेखनीय है कि 29 जनवरी, 2023 को इस मामले की एफआईआर सतनाम सिंह लवी ने थाना पीजीआई में दर्ज कराई थी. इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 मुल्जिमों को आईपीसी की धारा 120बी, 142, 143, 153ए, 295, 295ए, 298, 504, 505 (2) व 506 के तहत नामजद किया गया है.
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