लखनऊ: मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से 2015 में शुरू की गई राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) में अब लखनऊ विश्वविद्यालय भी शामिल हो सकता है. विश्वविद्यालय ने इसके लिए आवेदन कर दिया है. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से तीन वर्गों में आवेदन किया गया है. इनमें सभी विश्वविद्यालयों की रैंकिंग, मैनेजमेंट स्कूलों की रैंकिंग और लॉ स्कूल रैंकिंग शामिल हैं. आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. राजीव मनोहर ने बताया कि इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ के लिए उपर्युक्त रैंकिंग में शामिल होने के लिए अपनी प्रोफाइल भेजी है और आगे के चरणों के लिए NIRF के साथ संचार करने की प्रक्रिया में है.
निजी संस्थानों की रैंकिंग है विश्वविद्यालय के पास
वर्तमान में विश्वविद्यालय कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग का हिस्सा है. लेकिन इनमें ज्यादातर रैंकिंग निजी संस्थानों की ओर से जारी की गई हैं. विश्वविद्यालय ने अब तक प्रतिष्ठित टाइम्स रैंकिंग, द इंडिया टुडे रैंकिंग, टाइम्स उभरती हुई अर्थव्यवस्था रैंकिंग, वेबमेट्रिक्स रैंकिंग और कई अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है.
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विश्वविद्यालय ने अपनी गूगल स्कॉलर स्थिति में भी सुधार किया है. जानकारों की मानें तो अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन किसी सरकारी रैंकिंग का हिस्सा बनने से बचता रहा, क्योंकि विश्वविद्यालय की अंदरूनी हालत अच्छी नहीं चल रही थी.