लखनऊ : राजधानी के काकोरी कोतवाली क्षेत्र के कूड़ा प्लांट मार्ग पर स्थित तारपीन तेल की फैक्ट्री में शुक्रवार को आग लग गयी. जानकारी के मुताबिक, तारपीन आग तारपीन की फैक्ट्री में लगी थी. फैक्ट्री का अवैध रूप से संचालन किया जा रहा था. फैक्ट्री के बाहर खड़ी किसानों की मोटरसाइकिल भी जलकर स्वाहा हो गई. सूचना पर पहुंची दमकल की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. अवैध रूप से संचालित हो रही तारपीन तेल की फैक्ट्री को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया. पुलिस पूरे मामले की जांच में लगी हुई है.
काकोरी के पानखेड़ा स्थित कूड़ा प्लांट मार्ग पर शुक्रवार दोपहर बाद आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया है. आनन-फानन में घटना की जानकारी पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई. सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां रवाना हो गयी. फिलहाल आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. लाखों के नुकसान का अनुमान है.
सूत्रों की मानें तो अवैध तरीके से तारपीन तेल फैक्ट्री संचालित हो रही थी, जिसमें तेल यहां लाकर भरा जाता था. यही से उसकी कालाबजारी होती थी. अवैध संचालित हो रही फैक्ट्री को लेकर अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है. इसके पीछे फिलहाल सच क्या है, यह जांच के बाद ही पता चलेगा.
मजदूर नन्हा ने बताया कि फैक्ट्री के बगल में उनका खेत है. वह खेत आए हुए थे और अपनी मोटरसाइकिल फैक्ट्री के बाहर खड़ी कर दी, जिससे उनकी मोटरसाइकिल भी जलकर खाक हो गई. नन्हा ने बताया कि उनको इस बात की जानकारी नहीं है कि आग कैसे लगी. अवैध रूप से संचालित हो रही तारपीन तेल की फैक्ट्री की उनको कोई भी जानकारी नहीं है.
जिम्मेदारों ने किया किनारा : आग लगने का जब कारण पूछा गया तो थाना प्रभारी काकोरी विजय कुमार यादव ने बताया कि 'पुलिस औऱ मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया. किसी तरह की जान माल की हानि नहीं हुई है. जब तारपीन तेल की फैक्ट्री के बारे में पूछा गया तो बताया कि नगर निगम के अधीन है. इस मामले में जब नगर निगम जोन 6 के जेडएसओ विनय कटियार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि काकोरी का पान खेड़ा ग्रामीण क्षेत्र में आता है नगर निगम में नहीं.
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