लखनऊ: गर्मी की शुरुआत के साथ ही किसानों को आग का कहर झेलना पड़ता है. प्रदेश भर से ऐसी खबरें सामने आ रही हैं, जहां पर खेतों में आग लग जा रही है, जिससे किसानों की पूरी फसलें बर्बाद हो जा रही हैं. चित्रकूट जिला मुख्यालय से सटे देवांगना घाटी में दो दिन पूर्व शुरू हुई आग मारकुंडी वन रेंज में पड़ने वाले कई गांव के आसपास तक पहुंच गई है. वहीं अब ग्रामीणों ने भी गांव को बचाने के लिए खुद मोर्चा संभाल लिया है और बिना औजार के आग बुझाना चालू कर दिया है.
जंगल में आग लगने के मुख्य कारण
लाखों हेक्टेयर में फैले चित्रकूट वन रेंज में गर्मी शुरू होते ही आग लगने की बात आम सी हो गई है. गर्मी के समय बांस रगड़ने से कई बार आग लगने की बातें सामने आती रहती हैं. गर्मियों के समय महुआ बीनने जंगल पहुंचने वाले ग्रामीण महुए के पेड़ के नीचे फैली खरपतवार को साफ करने के लिए आग लगा देते हैं और तेज हवाओं के साथ यह आग पूरे जंगल में फैल जाती है. जंगल में लगी वन संपदा में इमारती लकड़ी के साथ जड़ी बूटियां भी आग के साथ नष्ट हो जाती हैं. जिसके लिए वन अमले को आग बुझाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है. इसमें आग बुझाने के औजारों के प्रयोग व बचाव के उपाय भी बताए जाते हैं.
एक सप्ताह से बरगढ़ वन रेंज की नहीं बुझी आग
लगभग एक सप्ताह से चित्रकूट के बरगढ़ वन क्षेत्र में भी आग लगी हुई है. जिसके बुझाने का कार्य चालू है. आग बुझाने के लिए वन अमले के साथ-साथ फायर ब्रिगेड भी इस कार्य में लगा हुआ है, लेकिन तेज हवाओं के चलते अब तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. जिसके चलते लाखों रुपये की वन संपदा के साथ वन्यजीवों को भी काफी क्षति हुई है.
बाराबंकी में 4 बीघा गेहूं की फसल राख
जिले के दरियाबाद स्थित बिगहिया गांव के योगेंद्र और गिरधारी के खेत में झाड़ियों में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और उनकी 4 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. मौके पर पहुंचे किसानों ने ट्यूबवेल चलाकर आग पर काबू पाया. किसानों ने पुलिस विभाग को भी सूचित किया, लेकिन तब तक आग पर काबू पा लिया गया था.
मऊ में ब्रेड फैक्ट्री में लगी आग
जिले के घोसी नगर के प्रभुनाथ रोड पर सैयद शाहिद की ब्रेड फैक्ट्री है. मंगलवार को फैक्ट्री में भीषण आग लग गई. सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस प्रशासन और ग्रामीण पहुंचे. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक फैक्ट्री का पूरा सामान जलकर राख हो गया था.
आगरा में दो जगह आग लगने की घटना
जिले के इरादतनगर क्षेत्र के गांव छत्तापुरा में गुरुवार सुबह करीब आठ बजे खेत पर लगी डीपी में शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी ने आग पकड़ ली. किसान पंजाब सिंह ने परिजनों और पड़ौसी किसानों के साथ मिलकर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक खेत में खड़ी गन्ने की फसल जलकर खाक हो गई.
दूसरी घटना बसई जगनेर की है
सिंगरावली निवासी शीलेंद्र, शिवदयाल, राकेश, केशव देव के बंधी के पास खेत है. खेतों के ऊपर से बिजली लाइन निकल कर गई है. अचानक से बिजली के तारों से निकली चिंगारी खेत में कटी रखी गेहूं की फसल के ऊपर गिर गई, जिससे उसमें आग लग गई. आग लगने की सूचना पर गांव में भगदड़ मच गई और ग्रामीण आग को बुझाने के लिए दौड़ पड़े. ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक फसल जलकर राख हो गई. पीड़ित किसानों ने नुकसान के लिए शासन और प्रशासन से मुआवजा की मांग की है.
फर्रुखाबाद में आग ने कई झोपड़ियों को अपनी चपेट में लिया
जिले के कायमगंज के पंछी नगला में अज्ञात कारण से खेत में आग लग गई. आग से 13 आशियाने जल गए. आग ने दो बाइक, दो साइकिल, 2 बीघा गेहूं की फसल व गृहस्थी के सामान को भी अपनी चपेट में लिया. साथ ही आग में मवेशी भी झुलस गए. काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. आग में विमला देवी, पूजा, धीरेंद्र ,ब्रजमोहन, राजेश, अवधेश, राज किशोर राकेश, रामअवतार, शेर सिंह, रमेश बाबू ,रामबाबू नंदकिशोर के घर गृहस्थी का सामान जल गया.
बरेली में 50 एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद
जनपद के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गेहूं के खेतों में आग लग गई, जिसमें लगभग 50 बीघा गेहूं जलकर राख हो गया. इस वक्त किसानों की मेहनत की फसल गेहूं खेतों में तैयार खड़ा है. नवाबगंज के लालपुर गांव में 30 एकड़ के खेत में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. इतना ही नहीं, मीरगंज में भी 20 एकड़ गेहूं की फसल राख हो गई. मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
चंदौली में फसलें जलकर राख
जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के संघति के सीवान में गुरुवार को अज्ञात कारणों से आग लग गई. जिससे करीब 25 बीघा से ज्यादा फसल जलकर खाक हो गई. सूचना के बाद पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं फायर ब्रिगेड की टीम के देरी से पहुंचने पर ग्रामीणों ने सकलडीहा-अलीनगर मार्ग पर जाम लगा दिया. अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया. फिलहाल प्रशासनिक अधिकारी नुकसान का आंकलन करने में जुटे हैं.
पिछले दिनों भी आग से हो चुका है नुकसान
पिछले तीन दिनों में 6 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें करीब 15 से ज्यादा किसानों की कई बीघा फसलें जलकर खाक हो गई हैं. शुक्रवार को बरहनी क्षेत्र में अरहर की फसल में आग लगने से फसल बर्बाद हो गई.