ETV Bharat / state

इंस्टिट्यूट के मालिक के खिलाफ छात्रा ने दर्ज कराई FIR, ठगी का आरोप

लखनऊ में साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के खिलाफ छात्रा ने ठगी मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. मामले में कार्रवाई न होने पर छात्रा ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई.

author img

By

Published : Aug 9, 2021, 10:46 AM IST

साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज
साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज

लखनऊ : राजधानी के आशियाना कोतवाली में लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेश के बाद रविवार रात साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि एमबीए और एमसीए में प्रवेश पत्र के नाम पर छात्रा समेत दो लोगों से लगभग 90,000 रुपये की ठगी कर उनको फर्जी प्रवेश पत्र दे दिया गया.

पीड़ित छात्रा का आरोप है कि इससे पहले जब उसने इंस्टीट्यूट के खिलाफ बांग्ला बाजार चौकी पर शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. इस बीच इंस्टिट्यूट के मालिक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए उसके पैसों को वापस करने के लिए एक चेक दिया था, लेकिन जब छात्रा ने उस चेक को अपने बैंक खाते में लगाया तो वह चेक बाउंस हो गया था. इस बात की जानकारी लेकर जब वह दुबारा इंस्टिट्यूट के मालिक के पास पहुंची तब तक इंस्टिट्यूट का नाम बदल चुका था, जिसके बाद उसने न्याय की गुहार लगाते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को शिकायती पत्र लिखकर इंस्टीट्यूट के मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.


विराम खंड की रहने वाली रंजना नामक छात्रा ने पुलिस को शिकायत पत्र देते हुए बताया है कि साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक मधुपुरी इंस्टिट्यूट में ही डिस्टेंस लर्निंग का कोर्स पढ़ाते हैं. रंजना ने उस इंस्टीट्यूट में साल 2017 में प्रवेश के लिए संपर्क किया था. रंजना से एमबीए में प्रवेश के लिए सितंबर महीने में 24000 रुपये लिए गए. इसके बाद साल 2018 में 20 हजार रुपये जमा करवाए गए, लेकिन इंस्टीट्यूट की ओर से इन पैसों की कोई भी रसीद उसको नहीं दी गई थी.


छात्रा का कहना है कि प्रवेश न होने पर जब उसने मालिक पर दबाव बनाया तो साल 2019 में उसको इंस्टीट्यूट की ओर से साल 2021 के जनवरी महीने में उसके बैंक खाते में मात्र 2000 रुपये जमा करा दिए गए थे, लेकिन उसके बाकी बचे हुए रुपये देने में इंस्टिट्यूट के मालिक टालमटोल करने लगे. छात्रा का आरोप है इंस्टीट्यूट के मालिक की ओर से उसको फर्जी प्रवेश पत्र भी दिया गया था. छात्रा ने आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट के मालिक ने साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज का नाम बदलकर अब स्वरा एजुकेशन इंस्टीट्यूट रख दिया है. फिलहाल इस मामले पर आशियाना पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है.

आशियाना इंस्पेक्टर बृजेन्द्र कुमार यादव का कहना है कि विरामखंड 5 के रहने वाले कृष्ण कुमार गुप्ता की बेटी रंजना गुप्ता ने साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक प्रणव मधुपुरी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने कहा इस मामले पर छात्रा का आरोप है कि उसके साथ ही अन्य दो और छात्रा से ठगी की गई है. मामले की जांच की जा रही है. विवेचना के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ : राजधानी के आशियाना कोतवाली में लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के आदेश के बाद रविवार रात साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि एमबीए और एमसीए में प्रवेश पत्र के नाम पर छात्रा समेत दो लोगों से लगभग 90,000 रुपये की ठगी कर उनको फर्जी प्रवेश पत्र दे दिया गया.

पीड़ित छात्रा का आरोप है कि इससे पहले जब उसने इंस्टीट्यूट के खिलाफ बांग्ला बाजार चौकी पर शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. इस बीच इंस्टिट्यूट के मालिक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए उसके पैसों को वापस करने के लिए एक चेक दिया था, लेकिन जब छात्रा ने उस चेक को अपने बैंक खाते में लगाया तो वह चेक बाउंस हो गया था. इस बात की जानकारी लेकर जब वह दुबारा इंस्टिट्यूट के मालिक के पास पहुंची तब तक इंस्टिट्यूट का नाम बदल चुका था, जिसके बाद उसने न्याय की गुहार लगाते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को शिकायती पत्र लिखकर इंस्टीट्यूट के मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.


विराम खंड की रहने वाली रंजना नामक छात्रा ने पुलिस को शिकायत पत्र देते हुए बताया है कि साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक मधुपुरी इंस्टिट्यूट में ही डिस्टेंस लर्निंग का कोर्स पढ़ाते हैं. रंजना ने उस इंस्टीट्यूट में साल 2017 में प्रवेश के लिए संपर्क किया था. रंजना से एमबीए में प्रवेश के लिए सितंबर महीने में 24000 रुपये लिए गए. इसके बाद साल 2018 में 20 हजार रुपये जमा करवाए गए, लेकिन इंस्टीट्यूट की ओर से इन पैसों की कोई भी रसीद उसको नहीं दी गई थी.


छात्रा का कहना है कि प्रवेश न होने पर जब उसने मालिक पर दबाव बनाया तो साल 2019 में उसको इंस्टीट्यूट की ओर से साल 2021 के जनवरी महीने में उसके बैंक खाते में मात्र 2000 रुपये जमा करा दिए गए थे, लेकिन उसके बाकी बचे हुए रुपये देने में इंस्टिट्यूट के मालिक टालमटोल करने लगे. छात्रा का आरोप है इंस्टीट्यूट के मालिक की ओर से उसको फर्जी प्रवेश पत्र भी दिया गया था. छात्रा ने आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट के मालिक ने साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज का नाम बदलकर अब स्वरा एजुकेशन इंस्टीट्यूट रख दिया है. फिलहाल इस मामले पर आशियाना पुलिस मामले की जांच करने में जुटी है.

आशियाना इंस्पेक्टर बृजेन्द्र कुमार यादव का कहना है कि विरामखंड 5 के रहने वाले कृष्ण कुमार गुप्ता की बेटी रंजना गुप्ता ने साईं इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्टडीज के मालिक प्रणव मधुपुरी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराई है. उन्होंने कहा इस मामले पर छात्रा का आरोप है कि उसके साथ ही अन्य दो और छात्रा से ठगी की गई है. मामले की जांच की जा रही है. विवेचना के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.