लखनऊ: प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त होने के दावे की उस समय हवा निकल गई, जब एक बाहुबली ने उत्तर प्रदेश स्टेट अपील अधिकरण में तैनात चेयरमैन जस्टिस डीके. अरोड़ा को व्हाट्सएप पर जान से मारने की धमकी दे डाली. इस वारदात से पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई है. रविवार देर रात सदस्य प्रशासनिक उत्तर प्रदेश, भू-संपदा अपील अधिकरण लखनऊ राजीव मिश्रा ने पीजीआई थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
बता दें कि जस्टिस डीके. अरोरा (Judge DK Arora) उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा (रेरा) अपील अधिकरण के चेयरमैन हैं. इंदिरा भवन के चतुर्थ तल पर इनका ऑफिस है. जज के मोबाइल नंबर पर 94******** नंबर से धमकी मिली है. धमकी देने वाले ने व्हाट्सएप पर लिखा है कि उसका नाम कैलाश बहादुर सिंह हैं. वह प्रतापगढ़ का बाहुबली प्रत्याशी भी है.
उसने लिखा है कि 'मिस्टर डीके अरोरा, मैं सुंदर लाल नहीं हूं. मैं कैलाश बहादुर सिंह प्रतापगढ़ से हूं, जो सुंदर लाल के साथ हुआ, उन्होंने झेल लिया, मैं डेस्क (कोर्ट) पर आ कर गोली मार दूंगा'. यह धमकी मिलने के बाद कोर्ट और जज की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
राजीव मिश्रा सदस्य प्रशासनिक उत्तर प्रदेश भू-संपदा अपील अधिकरण लखनऊ ने केस दर्ज कराते हुए पुलिस और प्रशासन से मांग की है कि कोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई जाए, ताकि जज के साथ कोर्ट रूम की भी सुरक्षा हो सके. वहीं, इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच के सीनियर जज को भी इस मामले में कॉपी भेजकर जानकारी दी गई हैं. पीजीआई पुलिस ने राजीव मिश्रा की तहरीर पर आईपीसी की धारा 506, 507 के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
वहीं इस मामले में जस्टिस डीके अरोरा ने बताया कि मैं किसी भी सुंदर लाल को नहीं जानता हूं. इस मामले में मुझे कुछ नहीं पता है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पीजीआई कोतवाल आनंद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है. जल्द ही धमकी देने वाले लोगों को पकड़ा जाएगा.
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