लखनऊ : राजधानी में समाजवादी पार्टी के 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर बिना इजाजत के डीजीपी मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने पर हुई है. सुशांत गोल्फ सिटी थाने की पुलिस ने धारा 144 तोड़ने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है. दरअसल, रविवार को हजरतगंज पुलिस ने सपा नेता मनीष जगन अग्रवाल को गिरफ्तार किया था, जिसके विरोध में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव डीजीपी मुख्यालय पहुंचे थे. उन्हीं के साथ आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने डीजीपी मुख्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुए पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ी थी.
एडीसीपी दक्षिणी मनीषा सिंह के मुताबिक, 'रविवार को सुशांत गोल्फ सिटी थानांतर्गत मौजूद पुलिस मुख्यालय, जहां डीजीपी समेत सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कार्यालय हैं वहां एक पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बिना इजाजत के धरना प्रदर्शन किया था, जबकि धरना प्रदर्शन के लिए हाईकोर्ट के निर्देश पर ईको गार्डन में व्यवस्था कराई गई है, बावजूद इसके पार्टी कार्यकर्ताओं ने वहां धरना प्रदर्शन किया. जिस पर रविवार देर रात 150 से 200 लोगों के खिलाफ अज्ञात में एफआईआर दर्ज की गई है. अग्रिम कार्रवाई वीडियो फुटेज देखने के बाद की जाएगी.'
बता दें, सपा मीडिया सेल के पदाधिकारी मनीष जगन अग्रवाल को रविवार को हजरतगंज पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मनीष की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचे. अखिलेश यादव अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंचे तो उन्हें वहां कोई अधिकारी नहीं मिला था. अखिलेश यादव के पहुंचने की खबर मिलते ही कई नेता और कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए, हालांकि मुख्यालय में सिर्फ अखिलेश यादव व उनके साथ मौजूद कुछ विधायकों को ही जाने दिया गया. अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर ही रोक दिया गया. जिस पर पूर्व मंत्री व सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य समेत सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता पुलिस मुख्यालय की गेट पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा था कि 'मुख्यालय के बाहर बिना इजाजत के धरना प्रदर्शन किया गया है. वीडियो फुटेज के आधार पर लखनऊ पुलिस कार्रवाई करेगी. प्रदर्शन करने वाले इन्हीं नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने अब केस दर्ज किया है.'
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