लखनऊः ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट देखने को मिला है, जिससे उत्तर प्रदेश में भी स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर सतर्क नजर आ रहा है. वहीं बीते 1 महीने में ब्रिटेन से लगभग 1500 यात्री उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं, जिनमें से लगभग 1100 यात्रियों को ट्रेस कर लिया गया है. जिनकी जांच कराई जा रही है. अभी तक 400 ऐसे ब्रिटेन की यात्रा कर लौटे लोग हैं जिन्हें ट्रेस नहीं किया गया है, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बने हुए हैं.
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के फैलने का मंडरा रहा खतरा
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के फैलने का खतरा मंडरा रहा है. क्योंकि एयरपोर्ट की ओर से स्वास्थ्य विभाग को दी गई, लिस्ट के 400 लोगों को अभी तक ट्रेस नहीं किया गया है. यह लोग अपने पते पर मौजूद नहीं मिले हैं. वहीं इन्होंने एयरपोर्ट को जो फोन नंबर दिया है, उस पर भी इनसे बात नहीं हो पा रही है. यह लोग इस समय उत्तर प्रदेश में कहां मौजूद हैं, किसी को कुछ नहीं पता. ऐसे में दर यह है कि अगर इन लोगों में से किसी को भी नए वेरिएंट का कोरोना वायरस हुआ यो एक बार फिर से स्थिति गंभीर हो सकता है. निदेशक स्वास्थ्य विभाग देवेंद्र नेगी ने बताया कि हमारे पास 1500 लोगों की लिस्ट है जो ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं, जिनमें से 1100 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है. अन्य 400 लोगों को ट्रेस करने की कार्रवाई की जा रही है.
लखनऊ में 7 लोगों के सैंपल लेना बाकी
8 नवंबर के बाद 134 यात्री ब्रिटेन से राजधानी लखनऊ पहुंचे, जिनमें से 102 के सैंपल लिए जा चुके हैं. 94 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है. 18 लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी. बचे अन्य 32 लोगों में से 22 लोग अन्य जनपद के हैं. 134 में 3 लोगों का नाम रिपीट हुआ था, लिहाजा अब राजधानी लखनऊ में 7 लोग ऐसे बचे हैं, जिन्हें ट्रेस कर उनका सैंपल जांच के लिए लेना है.
8 दिसंबर से आए सभी यात्रियों की कराई जा रही जांच
8 दिसंबर के बाद ब्रिटेन से यात्रा कर जो लोग उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं. उन सभी की जांच कराई जा रही है, जो लोग जांच में पॉजिटिव पाए जाएंगे उनके अंदर कोरोना वायरस का नया वेरिएंट है या नहीं इसकी जांच कराने के लिए उनके सैंपल दिल्ली भेजे जाएंगे.