लखनऊ: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में लगातार देश के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में शनिवार को राजधानी लखनऊ मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित कबीरपुर में बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए हैं. यह सभी किसान अपने ट्रैक्टरों से राजभवन घेरने की तैयारी कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि बिना ज्ञापन दिए हम लोग लौटने वाले नहीं हैं. जब तक ज्ञापन नहीं लिया जाएगा तब तक किसान यहीं डटे रहेंगे.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान का कहना है कि जब तक किसानों को राजभवन जाने नहीं दिया जाएगा तब तक हम लोग हटने वाले नहीं हैं. उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी हम लोग स्वयं रुके हुए हैं. यदि एक घंटे के अंदर प्रशासन बैरिकेडिंग नहीं हटाता है तो हम लोग बैरिकेडिंग तोड़कर राजभवन का घेराव कर अपना ज्ञापन देंगे, जिससे केंद्र सरकार द्वारा लाए गए इस कानून को वापस लिया जा सके.
भाजपा को किसने दिया परमिशन
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान का कहना है कि जिस तरह से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिन के लखनऊ दौरे पर आए थे, उन्हें किसने परमिशन दिया. निश्चित रूप से जेपी नड्डा के स्वागत में सरकार व प्रशासन ने फूल बिछाए और हम किसानों को सरकार और जिला प्रशासन रोकने का प्रयास कर रहा है. जिला प्रशासन हम किसानों को रोकने में कामयाब नहीं होगा. हम लोग अपना ज्ञापन दिए बिना घर लौटने वाले नहीं हैं.