लखनऊ: राजधानी में बीते 1 सप्ताह पहले ताउते तूफान के प्रभाव से लगातार मूसलाधार बारिश हुई. इसके बाद यास तूफान के प्रभाव से फिर बारिश हुई और किसानों की सब्जियों की फसल खराब हो गई. किसानों का कहना है कि इससे सब्जी की फसल के उत्पादन में कमी आई है. किसानों का कहना है कि फसलों में कीड़े, पत्तों का गिरना, खर्रा रोग जैसी बीमारियां भी उनमें लगनी शुरू हो गई हैं, जिससे किसानों के फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच गई है.
इस संबंध में किसान लल्लन ने बताया कि बारिश होने के बाद फसलों में कीट लग गए हैं, जिसके बाद से फसलों से मिलने वाला लाभ सीधे तौर पर आधा हो गया है. किसान ने बताया कि बारिश से पहले एक बीघा सब्जी जिनमें तरोई, लोबिया, भिंडी की फसल से करीब 80,000 रुपये से 90,000 तक की आमदनी होती थी. अब कीट लगने से 50,000 से 60,000 तक का नुकसान हो रहा है.
बारिश से किसानों की फसल खराब, आधा हुआ मुनाफा
राजधानी लखनऊ में तूफान से हुई बारिश से किसानों की फसल खराब हो गई है. किसानों का कहना है कि फसलों से मिलने वाला लाभ सीधे तौर पर आधा हो गया है.
लखनऊ: राजधानी में बीते 1 सप्ताह पहले ताउते तूफान के प्रभाव से लगातार मूसलाधार बारिश हुई. इसके बाद यास तूफान के प्रभाव से फिर बारिश हुई और किसानों की सब्जियों की फसल खराब हो गई. किसानों का कहना है कि इससे सब्जी की फसल के उत्पादन में कमी आई है. किसानों का कहना है कि फसलों में कीड़े, पत्तों का गिरना, खर्रा रोग जैसी बीमारियां भी उनमें लगनी शुरू हो गई हैं, जिससे किसानों के फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच गई है.
इस संबंध में किसान लल्लन ने बताया कि बारिश होने के बाद फसलों में कीट लग गए हैं, जिसके बाद से फसलों से मिलने वाला लाभ सीधे तौर पर आधा हो गया है. किसान ने बताया कि बारिश से पहले एक बीघा सब्जी जिनमें तरोई, लोबिया, भिंडी की फसल से करीब 80,000 रुपये से 90,000 तक की आमदनी होती थी. अब कीट लगने से 50,000 से 60,000 तक का नुकसान हो रहा है.