लखनऊः पुराने साल की विदाई और नए साल के स्वागत को लेकर धार्मिक स्थलों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. जहां एक तरफ मंदिरों में नई साल के स्वागत को लेकर भजन आरती देखने को मिलेंगी. वहीं दूसरी ओर पुरानी साल की विदाई के लिए गुलाल की बौछार देखने को मिलेगी. इसी के साथ कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के साथ धार्मिक स्थलों में सारी सावधानियां बरती जायेंगी.
भजनों के साथ होगा नए साल का स्वगात
आपको बताते चलें कि हनुमान सेतु पर शाम को चार बजे भजन आरती का प्रोग्राम होगा. सुबह नए साल पर सुंदरकांड का पाठ किया जाएगा. वहीं मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरी ने बताया कि मंदिर में नए साल पर कोरोना मुक्ति की कामना को लेकर आरती होगी. इसके बाद देर रात महामृत्युंजय का जाप किया जाएगा. साथ ही पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पवन मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर भजनों के साथ नए साल का स्वागत होगा.
संचालक अतुल मिश्रा ने बताया कि दो जनवरी से महालक्ष्मी महायज्ञ शुरू होगा. बीरबल साहनी मार्ग पर स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर के संगठन मंत्री सुधीर गर्ग ने बताया कि पदाधिकारियों की मौजूदगी में केक काटा जाएगा लेकिन बाहरी लोगों को सुरक्षा के चलते आने नहीं दिया जायेगा.
गुरुद्वारा में बंटेगा केसरिया दूध
नए साल के आगाज के मद्देनजर सिखों के गुरुद्वारा नाका हिंडोला में आधी रात से पुराने वर्ष की विदाई और नए वर्ष के स्वागत में केसरिया दूध का वितरण किया जाएगा. साथ ही गाजर के हलवे का भी लोगों को स्वाद चखने को मिलेगा. गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने बताया कि कोरोना वायरस चलते इस पुरानी परंपरा को सीमित संगठनों के साथ निर्वाहन किया जाएगा. साथ ही गुरुद्वारा अहियागंज में आधी रात से नए साल के स्वागत में गुलाब के फूलों की बरसात की जाएगी.
गिरजाघरों में की जाएगी प्रार्थना
लखनऊ में ईसाई समाज की आस्था से जुड़े गिरजा घरों में सुबह 8:00 बजे विशेष प्रार्थना की जाएगी. यह प्रार्थना कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ऑनलाइन की जाएगी. फादर डॉक्टर डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि एक जनवरी को शाम को कैंडल जलाकर विशेष प्रार्थना की जाएगी. फादर मारिस कुमार ने बताया कि इस तरह की प्रार्थना एसजीपीजीआई, लालबाग, अलीगंज, सुलतानपुरा, गोमती नगर सहित कई गिरजाघरों में होगी.