लखनऊः काकोरी के नरौना मोड़ स्थित शराब के ठेके पर शनिवार देर शाम अजीत राजपूत को कुछ दबंगों ने गोली मारी दी थी. सीने में गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. रविवार को जब मृतक अजीत का शव घर पहुंचा तो परिजनों में अंतिम संस्कार करने से मना का दिया. इसके बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष कृष्ण लोधी ने परिजनों से बात की. उन्होंने परिजनों की मांगों को जिलाधिकारी और सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया तब जाकर परिजनों ने अजीत के अंतिम संस्कार किया.
क्या था पूरा मामला
शनिवार देर शाम काकोरी के नरौना मोड़ स्थित शराब के ठेके पर अजीत राजपूत मौदा निवासी (24) को कुछ दबंगों ने गोली मारी दी थी. गोली सीने में लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने तत्काल अजीत को ट्रॉमा सेंटर भेज दिया था. पुलिस को मौके से कारतूस का एक खोखा भी मिला था. पुलिस मृतक के चचेरे भाई अनुराग की तहरीर पर नरौना निवासी राम बक्स पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश करने में लगी हुई है.
परिजनों की मांगें
परिजनों की मांगें थीं कि बेटे अजीत राजपूत के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए. कुछ लोगों का नाम बढ़ाया जाए. सरकार की ओर से मृतक के परिजनों को एक आवास और मृतक के परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं है. इसके लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाए.
हत्यारों की धर पकड़ में लगी पुलिस
इंस्पेक्टर काकोरी कुलदीप सिंह गौर ने बताया कि शनिवार शाम हुई अजीत की हत्या मामले में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस हर संभव प्रयास में लगी हुई है. परिजनों की ओर से तहरीर में कुछ और लोगों के नाम बढ़ाने की मांग की गई है. जैसे ही परिजनों की ओर से नाम बढ़ाने की तहरीर दी जाएगी, तत्काल जांच कर हत्यारों के खिलाफ धर पकड़ की कार्रवाई की जाएगी.