लखनऊः तूरज जैदी ने उर्दू अकादमी स्तिथ फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी के कार्यलय पहुंचकर मंगलवार से चार्ज सम्भाल लिया है. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए कमेटी के चैयरमैन ने अल्पसंख्यक वर्ग के उत्थान के कई वायदे किए.
मंगलवार को नव नियुक्त चेयरमैन तूरज जैदी ने चार्ज लेते ही कहा कि कमेटी के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उर्दू भाषा और साहित्य के विकास, प्रचार प्रसार के साथ फारसी और अरबी भाषा का विकास का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. चेयरमैन तूरज जैदी ने कहा कि उर्दू, अरबी फारसी लेखकों को पांडुलिपियों के प्रकाशन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे. साथ ही उर्दू अरबी फारसी के रिसर्च स्कॉलरों को थीसिस की प्रक्रिया पूरी करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.
उर्दू, अरबी और फारसी में स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को गोल्ड मेडल पुरस्कार भी कमेटी की ओर से दिया जाएगा. इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परमिंदर सिंह, मदरसा परिषद के सदस्य तनवीर रिजवी, शिया वक्फ बोर्ड के सदस्य हसन कौसर, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के महामंत्री दानिश आजाद समेत बीजेपी से जुड़े कई नेता और कार्यकर्ता फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल कमेटी में नव नियुक्त चेयरमैन के पदभार ग्रहण मौके पर उपस्थित रहे और उन्हें बधाई दी.
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बताते चलें कि यूपी में अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़ी कई इकाइयां और बोर्ड के साथ कई कमेटियां लंबे समय से खाली पड़ी थी. जिनको भरने की योगी सरकार से मांग हो रही थी. वहीं सूबे में चुनावी दौर आते ही बीजेपी ने इन रिक्त पदों को भरने के साथ ही अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारी दी है. हालांकि अब देखना होगा कि यूपी में अल्पसंख्यक वर्ग का कितना उत्थान इन पदाधिकरियों द्वारा होता है.