लखनऊः राजधानी क्षेत्र में रोडवेज बसों से डीजल चोरी का प्रकरण अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. इस मामले में पहले परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने कैसरबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को सस्पेंड किया था. अब चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक को नोटिस दिया गया है.
15 दिन में देना है स्पष्टीकरण
एआरएम से 15 दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है. परिवहन निगम के एमडी का कहना है कि अगर समय रहते एआरएम दोषी कार्मिकों के कार्यों की समीक्षा करते तो डीजल में हेराफेरी और वीटीएस में छेड़छाड़ करने की कर्मचारी हिम्मत न जुटा पाते.
इस वजह से नोटिस
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक धीरज साहू की तरफ से चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहायक को नोटिस भेजा गया है. नोटिस में कहा गया है कि चारबाग डिपो की एयरपोर्ट से संचालित बसों पर तैनात बसों के चालकों ने फर्जी संचालित किलोमीटर प्रदर्शित कर अधिक डीजल लिए जाने, डीजल में हेराफेरी किए जाने, वीटीएस के साथ छेड़छाड़ किए जाने की जानकारी सामने आई है.
वीटीएस में गड़बड़ी
अगस्त में लखनऊ एयरपोर्ट से चारबाग डिपो की 65 बसें संचालित की गई थीं. इन बसों की ड्यूटी स्लिप के आधार पर संचालित किलोमीटर और वीटीएस में प्रदर्शित किलोमीटर में काफी फर्क मिला है. सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (वित्त) ने इस मामले में टीम गठित की थी और इन बसों की ड्यूटी स्लिप के आधार पर संचालित किलोमीटर और वीटीएस में प्रदर्शित किलोमीटर की जांच कराई. इसमें पाया गया कि चारबाग डिपो के कुछ वाहनों में वीटीएस से प्रदर्शित किलोमीटर और दिए गए किलोमीटर में भिन्नता है. इसके लिए जिम्मेदार कार्मिकों के खिलाफ एक्शन भी लिया जा चुका है.
13 चालकों के खिलाफ एआरएम ने की कार्रवाई
बसों से डीजल चोरी और वीटीएस में भिन्नता के आधार पर चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय का कहना है कि पहले ही 13 चालकों की प्रतिभूति राशि (सिक्योरिटी मनी) जब्त कर संविदा समाप्त कर चुके हैं. स्पष्टीकरण के मामले पर एआरएम का कहना है कि उनका कोई दोष नहीं है. समय पर चालकों के खिलाफ कार्रवाई की है. जैसे ही मामला संज्ञान में आया, जांच कराकर एक्शन लिया गया है.