लखनऊ : लखीमपुर की घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री व सपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, कि बीजेपी के ग्रह राज्य मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार दिया. उन्होंने कहा, कि इतनी तानाशाही हिटलर के शासन काल में भी नहीं थी.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ईटीवी भारत से कहा सपा की मांग है, कि मृतक किसानों के परिवारों को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूर्व सीएम व सपाध्यक्ष ने पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, कि हो सकता है कि किसानों की क्षवि खराब करने के लिए पुलिस ने ही गाड़ियों को जलाया हो. उन्होंने कहा, कि इस घटना में शामिल दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए.
बता दें, कि सपाध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने सैंकड़ों सपा कार्यकर्ताओं के साथ हिरासत में लेकर ईको गार्डन में रखा है. हिरासत में लेने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, कि पुलिस उन्हें ईको गार्डन छोड़कर खुद वहां से चली गई.
ये है मामला
यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने आए किसानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी चढ़ने से कई किसान घायल हो गए. इसके बाद जमकर बवाल हुआ. उग्र किसानों ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में आग लगा दी. एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने 8 लोगों की मौत की पुष्टी की है. लखीमपुर खीरी (lakhimpur kheri violence) में हुई हिंसा के बाद सियासी हलचल तेज हो चुकी है. जगह-जगह पर प्रदर्शन भी हो रहे हैं. वहीं योगी सरकार ने मृतकों और घायलों को आर्थिक मदद करने की घोषणा की है.
लखीमपुर खीरी में किसानों और सरकार के बीच समझौता हुआ. इसमें सरकार सभी मृतक किसानों को 45-45 लाख रुपये देगी. वहीं घायलों को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे. मामले की न्यायिक जांच होगी. इसके अलावा परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार किसान नेताओं और किसान परिवारों के साथ बातचीत में शामिल थे.
उन्होंने ट्वीट कर बताया कि लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी. घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे. किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे.
उन्होंने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले का दौरा नहीं करने दिया गया है. हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में आरएएफ और एसएसबी की दो-दो कंपनियों की तैनाती 6 अक्टूबर तक रहेगी. कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा, बहुत जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. तहरीर पर समुचित धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई हैं.
हिरासत में अखिलेश यादव
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने से पहले हिरासत में लिए गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया, जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है. गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था, उन्हें भी इस्तीफा देना चाहिए. जिन किसानों की जान गई है, उन्हें 2 करोड़ रुपये की मदद हो. परिवार की सरकारी नौकरी हो. आपको बता दें कि अखिलेश को हिरासत में लेने के बाद पूरे प्रदेश में प्रदर्शन शुरू हो गया है.
पुलिस जीप फूंकी
पुलिस की माने तो राजधानी लखनऊ में सपा के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने गौतम पल्ली थाने के ठीक सामने पुलिस जीप को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस की जीप धूं-धूं करके काफी देर तक जलती रही. काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका.
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
लखीमपुर में हिंसक झड़प के दौरान किसानों की मौत को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश सहित कई धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. लखीमपुर के तिकुनिया थाने में उनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश, दुर्घटना और बलवा की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. यह एफआईआर बहराइच नानपारा के जगजीत सिंह की तहरीर पर दर्ज की गई है.