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फ्रंटलाइन पर कैसे मोर्चा संभाल रही है लखनऊ पुलिस, सुनिए कमिश्नर सुजीत पांडेय की जुबानी

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Published : May 7, 2020, 7:59 PM IST

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया गया है. इस दौरान पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस किस तरीके से मोर्चा संभाल रही है और पुलिस के सामने क्या-क्या चुनौतियां है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय से खास बातचीत की.

nterview of lucknow police commissioner sujit pandey
लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर से ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव बातचीत.

लखनऊ: कोरोना संकट के समय लखनऊ पुलिस किस तरीके से काम कर रही है, उसको लेकर पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि लखनऊ पुलिस चुनौतियों से पार पाते हुए मेहनत से काम कर रही है और खुद का बचाव करते हुए फ्रंटलाइन पर मोर्चा संभाले हुए है.

लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर से ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव बातचीत.

लखनऊ पुलिस की छवि हुई बेहतर
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि लखनऊ पुलिस के जवान मुस्तैदी से काम कर रहे हैं और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं, जिसके चलते लखनऊ पुलिस की छवि काफी बेहतर हुई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हर दिन नई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं, हम भी ठीक उसी प्रकार से अपनी रणनीति बदल कर बेहतर प्लानिंग के साथ काम कर रहे हैं. इस पूरे पीरियड में जब से कोरोना के लिए लॉकडाउन हुआ था, लखनऊ पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है.

लॉकडाउन का बेहतर पालन कराने में मिली सफलता
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जब लॉकडाउन पूरी तरह से लगाया गया था तो इंडिया लेवल पर यह बात सामने आई थी कि कहां-कहां पर लॉकडाउन का पालन बेहतर ढंग से कराया गया है तो उसमें लखनऊ का नाम प्रमुखता से आया था. दूसरा चरण तब सामने आया, जब हम लोगों की मदद के लिए आगे आए. एक टीम की तरह हम सबने मिलकर काम किया. इसके बाद जब मरीज बढ़ने लगे तो हमारे पास क्वारंटाइन सेंटर्स हो गए. कोविड-19 अस्पताल की सुरक्षा करना भी बड़ी जिम्मेदारी थी.

उन्होंने बताया कि एक मरीज अस्पताल से निकलकर चला गया था. रात में उसे ट्रैक करना पड़ा, लेकिन हम लोगों ने बेहतर ढंग से काम किया, जिसके लिए लोगों ने पुलिस के काम की सराहना भी की. इसके लिए मीडिया का भी हम धन्यवाद देते हैं.

पुलिस के सामने नई भूमिका
पुलिस कमिश्नर ने बताया, 'अब हमारे लिए अब एक नई भूमिका आ गई है. अब लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है. बहुत तेजी से खुल रहा है, इसलिए भीड़ वापस सड़कों पर आएगी. साथ-साथ रमजान का महीना भी चल रहा है. हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि वहां भीड़ न लगे. यह ऐसी स्थिति है, जहां हमें पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को छोड़कर बेसिकली मूवमेंट को अनुमति प्रदान करना है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल करना है और इसे मेंटेन करना भी हमारी जिम्मेदारी है.'

सीसीटीवी और ड्रोन से हो रही मॉनिटरिंग
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, 'एक और बात यह है कि जिस प्रकार से लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है, उसमें कुछ जगह कोरोना हॉटस्पॉट्स हैं. अभी लखनऊ में 13 स्थानों पर हॉटस्पॉट हैं. हमें वहां पर जीरो मूवमेंट का पालन सुनिश्चित कराना है. यहां पर जो लोग खाना देने, दवाइयां देने, सफाई करने के लिए जा रहे हैं, सिर्फ उन्हें ही हम जाने दे रहे हैं. इसके अलावा किसी और को अनुमति नहीं दे रहे हैं. इसकी मॉनिटरिंग भी हम बेहतर ढंग से कर रहे हैं. सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से दिनभर मॉनिटरिंग की जा रही है और उसी आधार पर दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं.'

लखनऊ पुलिस की छवि इन दिनों बेहतर हुई और आगे इसी प्रकार से कैसे काम किया जाएगा, इस सवाल पर पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय कहते हैं, 'जो आपने कहा कि लखनऊ पुलिस की छवि बेहतर हुई है, उसके लिए मैं बहुत धन्यवाद देता हूं. हमारी कोशिश होगी कि हम दोनों फ्रंट पर और बेहतर काम करें. पहला, प्रोफेशनल तरीके से हम जिस भी चीज को शुरू करें, उसे हम एक प्रोफेशनल टच देकर खत्म करें. बहुत अच्छे से करें. दूसरा, जो मानवीय रूप पुलिस का दिखा, वह सामान्य स्थिति में क्यों दिखाई नहीं देता. ऐसा व्यवहार हम आम दिनों में जनता के साथ क्यों नहीं कर सकते.'

नियमों का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई
लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि जितने लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया, उन पर हमने हंड्रेड परसेंट कार्रवाई की है. चाहे वह तबलीगी जमात के लोग हैं, चाहे वह बड़े लोग हों. एक मामले में सड़क दुर्घटना हुई थी, हमने उस गाड़ी को तुरंत सील किया. कोई भी ऐसा उदाहरण दीजिए, जिसमें हमने कार्रवाई नहीं की.'

पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और भोजन की है चिंता
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा, 'मैं बताना चाहूंगा कि हर एक पुलिसकर्मी एक-दूसरे के लिए बेहद संवेदनशील है. हर एक अधिकारी डीजीपी से लेकर नीचे स्तर के सभी अधिकारी संवेदनशीलता से काम कर रहे हैं. जितने ड्यूटी पर लगे लोग हैं, उनको हम प्रतिदिन खाना भेजते हैं. करीब 4,000 भोजन के पैकेट रोजाना भेज रहे हैं. इनकी ड्यूटी अवधि 12 घंटे से घटाकर 8 घंटे कर दी गई है. इनके पीने के लिए पानी पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि मास्क, ग्लव्स सबके पास रहे.'

पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर दिया जा रहा ध्यान
उन्होंने बताया, 'हमारे पास पीपीई किट की कोई कमी नहीं है. सरकार ने पुलिस को बहुत पैसा दिया हुआ है. हमने सब जरूरत के अनुसार खरीद भी लिया है. इसके अतिरिक्त हमने सभी पुलिसकर्मियों के पास एक फेस सील भी भिजवाई है. सभी हॉटस्पॉट्स पर यह आपको दिखाई दे जाएगा. जो परिवार हैं, पुलिस लाइंस और थाने में, इनके घरों को हम नगर निगम के माध्यम से लगातार सैनिटाइज करा रहे हैं. अपने माध्यम से भी घरों के अंदर सैनिटाइज कराया गया है. कई राउंड यह काम कराया जा चुका है.'

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उन्होंने बताया, 'गाड़ियां हमारी सैनिटाइज होकर आती हैं. इसके साथ ही महिला पुलिस का ग्रुप है- वामा सारथी, जिसकी अध्यक्ष डीजीपी मैम होती हैं तो लखनऊ ग्रुप उनके साथ लगातार एक्टिव है. इनका वाट्सएप का ग्रुप बना हुआ है.'

वर्दी में ताकत होती है
कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि, 'सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश है कि सभी पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाए, उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार है तो इसकी जानकारी दी जाए. पुलिसकर्मियों को पूरा ख्याल रखते हुए हम अपना काम कर रहे हैं, तभी यह जोश बना हुआ है. उनका मनोबल बना हुआ है. वर्दी में ताकत भी बहुत होती है, तभी वह फ्रंटलाइन पर इतनी मुस्तैदी के साथ महीनों से लगातार उसी जोश के साथ काम कर रहे हैं.'

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सख्ती से करा रहे लॉकडाउन का पालन
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सब कुछ प्रशासन और पुलिस के भरोसे नहीं होना चाहिए. हम सभी जिम्मेदार नागरिक हैं. लॉकडाउन हम सब के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, 'जहां-जहां पर लॉकडाउन का उल्लंघन होगा, वहां हम सख्ती करेंगे. जितने लोग बिना मास्क के घूम रहे होंगे, उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करेंगे. समझाना हमारा काम है. आप अगर नियमों को नहीं फॉलो करोगे तो हम लीगल स्तर पर कार्रवाई करेंगे. हम इस पर कहीं कोई रियायत नहीं करेंगे.'

लखनऊ: कोरोना संकट के समय लखनऊ पुलिस किस तरीके से काम कर रही है, उसको लेकर पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि लखनऊ पुलिस चुनौतियों से पार पाते हुए मेहनत से काम कर रही है और खुद का बचाव करते हुए फ्रंटलाइन पर मोर्चा संभाले हुए है.

लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर से ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव बातचीत.

लखनऊ पुलिस की छवि हुई बेहतर
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने बताया कि लखनऊ पुलिस के जवान मुस्तैदी से काम कर रहे हैं और ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं, जिसके चलते लखनऊ पुलिस की छवि काफी बेहतर हुई है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से हर दिन नई तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं, हम भी ठीक उसी प्रकार से अपनी रणनीति बदल कर बेहतर प्लानिंग के साथ काम कर रहे हैं. इस पूरे पीरियड में जब से कोरोना के लिए लॉकडाउन हुआ था, लखनऊ पुलिस ने बहुत अच्छा काम किया है.

लॉकडाउन का बेहतर पालन कराने में मिली सफलता
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जब लॉकडाउन पूरी तरह से लगाया गया था तो इंडिया लेवल पर यह बात सामने आई थी कि कहां-कहां पर लॉकडाउन का पालन बेहतर ढंग से कराया गया है तो उसमें लखनऊ का नाम प्रमुखता से आया था. दूसरा चरण तब सामने आया, जब हम लोगों की मदद के लिए आगे आए. एक टीम की तरह हम सबने मिलकर काम किया. इसके बाद जब मरीज बढ़ने लगे तो हमारे पास क्वारंटाइन सेंटर्स हो गए. कोविड-19 अस्पताल की सुरक्षा करना भी बड़ी जिम्मेदारी थी.

उन्होंने बताया कि एक मरीज अस्पताल से निकलकर चला गया था. रात में उसे ट्रैक करना पड़ा, लेकिन हम लोगों ने बेहतर ढंग से काम किया, जिसके लिए लोगों ने पुलिस के काम की सराहना भी की. इसके लिए मीडिया का भी हम धन्यवाद देते हैं.

पुलिस के सामने नई भूमिका
पुलिस कमिश्नर ने बताया, 'अब हमारे लिए अब एक नई भूमिका आ गई है. अब लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है. बहुत तेजी से खुल रहा है, इसलिए भीड़ वापस सड़कों पर आएगी. साथ-साथ रमजान का महीना भी चल रहा है. हमें यह भी सुनिश्चित करना है कि वहां भीड़ न लगे. यह ऐसी स्थिति है, जहां हमें पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन को छोड़कर बेसिकली मूवमेंट को अनुमति प्रदान करना है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल करना है और इसे मेंटेन करना भी हमारी जिम्मेदारी है.'

सीसीटीवी और ड्रोन से हो रही मॉनिटरिंग
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा, 'एक और बात यह है कि जिस प्रकार से लॉकडाउन धीरे-धीरे खुल रहा है, उसमें कुछ जगह कोरोना हॉटस्पॉट्स हैं. अभी लखनऊ में 13 स्थानों पर हॉटस्पॉट हैं. हमें वहां पर जीरो मूवमेंट का पालन सुनिश्चित कराना है. यहां पर जो लोग खाना देने, दवाइयां देने, सफाई करने के लिए जा रहे हैं, सिर्फ उन्हें ही हम जाने दे रहे हैं. इसके अलावा किसी और को अनुमति नहीं दे रहे हैं. इसकी मॉनिटरिंग भी हम बेहतर ढंग से कर रहे हैं. सीसीटीवी और ड्रोन के माध्यम से दिनभर मॉनिटरिंग की जा रही है और उसी आधार पर दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे हैं.'

लखनऊ पुलिस की छवि इन दिनों बेहतर हुई और आगे इसी प्रकार से कैसे काम किया जाएगा, इस सवाल पर पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय कहते हैं, 'जो आपने कहा कि लखनऊ पुलिस की छवि बेहतर हुई है, उसके लिए मैं बहुत धन्यवाद देता हूं. हमारी कोशिश होगी कि हम दोनों फ्रंट पर और बेहतर काम करें. पहला, प्रोफेशनल तरीके से हम जिस भी चीज को शुरू करें, उसे हम एक प्रोफेशनल टच देकर खत्म करें. बहुत अच्छे से करें. दूसरा, जो मानवीय रूप पुलिस का दिखा, वह सामान्य स्थिति में क्यों दिखाई नहीं देता. ऐसा व्यवहार हम आम दिनों में जनता के साथ क्यों नहीं कर सकते.'

नियमों का उल्लंघन करने पर हुई कार्रवाई
लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि जितने लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया, उन पर हमने हंड्रेड परसेंट कार्रवाई की है. चाहे वह तबलीगी जमात के लोग हैं, चाहे वह बड़े लोग हों. एक मामले में सड़क दुर्घटना हुई थी, हमने उस गाड़ी को तुरंत सील किया. कोई भी ऐसा उदाहरण दीजिए, जिसमें हमने कार्रवाई नहीं की.'

पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और भोजन की है चिंता
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने कहा, 'मैं बताना चाहूंगा कि हर एक पुलिसकर्मी एक-दूसरे के लिए बेहद संवेदनशील है. हर एक अधिकारी डीजीपी से लेकर नीचे स्तर के सभी अधिकारी संवेदनशीलता से काम कर रहे हैं. जितने ड्यूटी पर लगे लोग हैं, उनको हम प्रतिदिन खाना भेजते हैं. करीब 4,000 भोजन के पैकेट रोजाना भेज रहे हैं. इनकी ड्यूटी अवधि 12 घंटे से घटाकर 8 घंटे कर दी गई है. इनके पीने के लिए पानी पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि मास्क, ग्लव्स सबके पास रहे.'

पुलिसकर्मियों की सुरक्षा पर दिया जा रहा ध्यान
उन्होंने बताया, 'हमारे पास पीपीई किट की कोई कमी नहीं है. सरकार ने पुलिस को बहुत पैसा दिया हुआ है. हमने सब जरूरत के अनुसार खरीद भी लिया है. इसके अतिरिक्त हमने सभी पुलिसकर्मियों के पास एक फेस सील भी भिजवाई है. सभी हॉटस्पॉट्स पर यह आपको दिखाई दे जाएगा. जो परिवार हैं, पुलिस लाइंस और थाने में, इनके घरों को हम नगर निगम के माध्यम से लगातार सैनिटाइज करा रहे हैं. अपने माध्यम से भी घरों के अंदर सैनिटाइज कराया गया है. कई राउंड यह काम कराया जा चुका है.'

जुलाई तक पूरी होगी 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया: बेसिक शिक्षा मंत्री

उन्होंने बताया, 'गाड़ियां हमारी सैनिटाइज होकर आती हैं. इसके साथ ही महिला पुलिस का ग्रुप है- वामा सारथी, जिसकी अध्यक्ष डीजीपी मैम होती हैं तो लखनऊ ग्रुप उनके साथ लगातार एक्टिव है. इनका वाट्सएप का ग्रुप बना हुआ है.'

वर्दी में ताकत होती है
कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि, 'सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश है कि सभी पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में पूछा जाए, उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार है तो इसकी जानकारी दी जाए. पुलिसकर्मियों को पूरा ख्याल रखते हुए हम अपना काम कर रहे हैं, तभी यह जोश बना हुआ है. उनका मनोबल बना हुआ है. वर्दी में ताकत भी बहुत होती है, तभी वह फ्रंटलाइन पर इतनी मुस्तैदी के साथ महीनों से लगातार उसी जोश के साथ काम कर रहे हैं.'

Lockdown Effect: गांव से दूर नहीं जाना चाहते मजदूर, CM योगी से मांगा रोजगार

सख्ती से करा रहे लॉकडाउन का पालन
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सब कुछ प्रशासन और पुलिस के भरोसे नहीं होना चाहिए. हम सभी जिम्मेदार नागरिक हैं. लॉकडाउन हम सब के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि, 'जहां-जहां पर लॉकडाउन का उल्लंघन होगा, वहां हम सख्ती करेंगे. जितने लोग बिना मास्क के घूम रहे होंगे, उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करेंगे. समझाना हमारा काम है. आप अगर नियमों को नहीं फॉलो करोगे तो हम लीगल स्तर पर कार्रवाई करेंगे. हम इस पर कहीं कोई रियायत नहीं करेंगे.'

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