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लखनऊ: प्रो. आरके धीमान ने संभाला SGPGI के निदेशक का पदभार, ट्रांसप्लांट पर करेंगे बेहतर काम

संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में अब नए निदेशक के रूप में प्रो. आर.के. धीमान ने पदभार संभाल लिया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रो. धीमान ने पीजीआई में काफी बदलाव करने की बात कही.

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प्रो. आर. के धीमान
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Published : Feb 15, 2020, 11:41 AM IST

लखनऊः प्रो. आर के धीमान को राजधानी स्थित पीजीआई के निदेशक पद पर नियुक्ति मिली है. इससे पहले वह पीजीआई चंडीगढ़ में अपनी सेवाएं दे रहे थे. ईटीवी भारत ने पीजीआई को लेकर प्रो. धीमान से उनके विजन पर खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पीजीआई में कई और बेहतर सुविधा दिलाने की बात कही.

ईटीवी भारत से बातचीत करते पीजीआई के निदेशक.

निदेशक ने दिया खुलकर जवाब
पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड में बेड कम होने की समस्या और अपेक्षा से बहुत कम ऑर्गन ट्रांसप्लांट होने जैसे कई महत्वपूर्ण चीजों पर ईटीवी भारत ने प्रो. आर.के धीमान से सवाल किए, जिस पर उन्होंने खुलकर जवाब दिया. प्रो. आर.के. धीमान ने आने वाले दिनों में पीजीआई के लिए बेहतर कदम उठाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि जल्द ही वह पीजीआई में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ सेवाएं दिलाने के लिए बेहतर काम करेंगे.

ट्रांसप्लांट के लिए होगा बेहतर काम
प्रो. धीमान ने कहा कि पीजीआई में बेहतर सुविधा दिलाने को लेकर तमाम जरूरी निर्णय लेने में वह कभी भी पीछे नहीं रहेंगे. नवनियुक्त निदेशक ने ट्रांसप्लांट की सुविधा बढ़ाने के लिए और ऑर्गन प्राप्त करने के लिए यहां इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में 2021 तक 210 बेड उच्चीकृत करने की बात कही. उन्होंने बताया कि दो से तीन माह के भीतर इमरजेंसी में भी 20 से 30 बेड बढ़ाए जाएंगे. वहीं प्रो. ने ट्रॉमा सेंटर को पूरी क्षमता के साथ चलाने की बात भी कही है.

यह भी पढ़ेंः-मैलानी से लखनऊ के लिए चलाई गई ट्रेन, सांसद अजय मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

लंबी लाइन से मिलेगी निजात
प्रो. ने कहा कि यहां पर जो ज्यादा लोड है, जिसके चलते कई दिन इंतजार करना पड़ता है. इस समस्या को देखते हुए मैन पॉवर भी बढ़ाया जाएगा. यदि किसी का उपचार मेडिकल कॉलेज में हो सकता है, तो उनको पीजीआई में बहुत दिनों तक नहीं रखा जाएगा. गंभीर मरीजों का ही यहां इलाज किया जाएगा. प्रो. आर के धीमान ने खास बातचीत में पीजीआई की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई दावे किए. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि प्रो. धीमान के संचालन में पीजीआई कितनी बेहतर सुविधाओं से परिपूर्ण हो पाता है.

लखनऊः प्रो. आर के धीमान को राजधानी स्थित पीजीआई के निदेशक पद पर नियुक्ति मिली है. इससे पहले वह पीजीआई चंडीगढ़ में अपनी सेवाएं दे रहे थे. ईटीवी भारत ने पीजीआई को लेकर प्रो. धीमान से उनके विजन पर खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पीजीआई में कई और बेहतर सुविधा दिलाने की बात कही.

ईटीवी भारत से बातचीत करते पीजीआई के निदेशक.

निदेशक ने दिया खुलकर जवाब
पीजीआई के इमरजेंसी वार्ड में बेड कम होने की समस्या और अपेक्षा से बहुत कम ऑर्गन ट्रांसप्लांट होने जैसे कई महत्वपूर्ण चीजों पर ईटीवी भारत ने प्रो. आर.के धीमान से सवाल किए, जिस पर उन्होंने खुलकर जवाब दिया. प्रो. आर.के. धीमान ने आने वाले दिनों में पीजीआई के लिए बेहतर कदम उठाने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि जल्द ही वह पीजीआई में आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ सेवाएं दिलाने के लिए बेहतर काम करेंगे.

ट्रांसप्लांट के लिए होगा बेहतर काम
प्रो. धीमान ने कहा कि पीजीआई में बेहतर सुविधा दिलाने को लेकर तमाम जरूरी निर्णय लेने में वह कभी भी पीछे नहीं रहेंगे. नवनियुक्त निदेशक ने ट्रांसप्लांट की सुविधा बढ़ाने के लिए और ऑर्गन प्राप्त करने के लिए यहां इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में 2021 तक 210 बेड उच्चीकृत करने की बात कही. उन्होंने बताया कि दो से तीन माह के भीतर इमरजेंसी में भी 20 से 30 बेड बढ़ाए जाएंगे. वहीं प्रो. ने ट्रॉमा सेंटर को पूरी क्षमता के साथ चलाने की बात भी कही है.

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लंबी लाइन से मिलेगी निजात
प्रो. ने कहा कि यहां पर जो ज्यादा लोड है, जिसके चलते कई दिन इंतजार करना पड़ता है. इस समस्या को देखते हुए मैन पॉवर भी बढ़ाया जाएगा. यदि किसी का उपचार मेडिकल कॉलेज में हो सकता है, तो उनको पीजीआई में बहुत दिनों तक नहीं रखा जाएगा. गंभीर मरीजों का ही यहां इलाज किया जाएगा. प्रो. आर के धीमान ने खास बातचीत में पीजीआई की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए कई दावे किए. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि प्रो. धीमान के संचालन में पीजीआई कितनी बेहतर सुविधाओं से परिपूर्ण हो पाता है.

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