हैदराबादः प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव सपा के टिकट पर इटावा की जसवंतनगर सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. यह सीट मुलायम कुनबे का अभेद किला मानी जाती है. 1980 से अभी तक जितने भी चुनाव इस सीट पर हुए हैं उसमें मुलायम सिंह और शिवपाल यादव को हमेशा विजय ही मिली है. 2017 में शिवपाल यादव ने इस सीट से विजय दर्ज की थी. सपा का लगातार 41 साल से इस सीट पर कब्जा है. यह एक तरह से सपा का रिकार्ड है.
1967 में मुलायम सिंह यादव पहली बार एएसपी के टिकट पर इस सीट से विधायक बने. 1969 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 1977 में मुलायम भारतीय लोक दल के टिकट पर लगातार दो बार विधानसभा पहुंचे. 1980 में कांग्रेस के बलराम सिंह यादव ने मुलायम के विजय रथ को रोक दिया.
1980 के बाद मुलायम सिंह यादव इस सीट से कभी चुनाव नहीं हारे. 1985, 1989, 1991 और 1993 में वह इस सीट से विधायक चुने गए. इसके बाद शिवपाल यादव इस सीट से चुनाव लड़ने लड़े. 1996 में शिवपाल यादव पहली बार इस सीट से विधायक बने. इसके बाद 2002, 2007, 2012 और 2017 में भी शिवपाल यादव इस सीट से विजयी रहे.
2017 के चुनाव में शिवपाल सिंह यादव को यहां 126834 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के मनीष सिंह को 74218 मत मिले थे. वहीं बसपा के दुर्वेश कुमार शाक्य को 24509 वोट मिले थे. शिवपाल यादव को 52616 वोटों से जीत मिली थी. इसके बाद शिवपाल ने प्रसपा का गठन कर लिया था.
ये भी पढ़ेंः यूपी में हर बार बदली गठबंधन की गणित...इस बार लगा ये गुणा-भाग
2012 के विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव को 133563 वोट मिले थे. बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े मनीष यादव को 52479 और भाजपा के राकेश पाल को 12708 वोट मिले थे.
अब फिर ताल ठोकने जा रहे हैं
शिवपाल यादव इस बार भी इस सीट से ताल ठोकने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि शिवपाल के सपा के गठबंधन से एक बार फिर मुलायम कुनबे को मजबूती मिली है. इस बार के चुनाव में देखना है कि क्या शिवपाल यह रिकार्ड कायम रख पाएंगे या फिर यह रिकार्ड टूट जाएगा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप