लखनऊ : यूपी में वोटिंग का सिलसिला पूरे दिन जारी रहा, इस दौरान मतदाताओं का उत्साह देखने को मिला. शाम 6.00 बजे तक पूरे प्रदेश में 60.17 फीसदी वोटिंग हुई. अभी तक की वोटिंग में शामली जिला सबसे आगे हैं. वहीं गाजियाबाद मतदान में पिछड़ गया.
शांतिपूर्ण तरीके से पहले चरण का मतदान सम्पन्न
विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने का दावा निर्वाचन आयोग ने किया है. सुबह 7.00 बजे से लेकर शाम 6.00 बजे तक जिलों से मिली जानकारी के अनुसार 60.17 फीसद मतदान 11 जिलों के 58 विधानसभा क्षेत्रों में हुआ. आयोग ने कहा कि जिन जिलों में ईवीएम खराब होने की शिकायत थी, वहां पर तत्काल रिजर्व में रखी गईं ईवीएम बदलकर मतदान प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का काम कराया गया.
बिना किसी अप्रिय घटना के पहले चरण के मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई है. हालांकि तमाम जिलों में ईवीएम खराब होने, धीमी गति से मतदान की प्रक्रिया आगे बढ़ने की शिकायतें लगातार मिलती रहीं. वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने कई जिलों के मतदान केंद्रों में धांधली की शिकायत भी चुनाव आयोग से की है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि आयोग की तरफ से निष्पक्ष पारदर्शी एवं सुरक्षित चुनाव कराए जाने के पुख्ता इंतजाम और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी.
कोरोना के संकट को देखते हुए भी गाइडलाइन के अनुसार चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई गई. उन्होंने कहा कि मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखने के लिए प्रभावी मानीटरिंग के लिए कुल 11,658 मतदेय स्थलों पर लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई थी. इस व्यवस्था का पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग के तीनों स्तर पर किया गया.
इतने बने थे मतदान केंद्र
प्रथम चरण में कुल 467 आदर्श मतदान केन्द्र, 139 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल, 81 समस्त पीडब्ल्यूडी मतदेय स्थल बनाये गये थे. पीडब्ल्यूडी (दिव्यांगजन) मतदाताओं के लिए जनपदों में व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी. प्रथम चरण के मतदान के लिए पोस्टल बैलट के लिए 04 श्रेणियां (80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता दिव्यांग अनिवार्य सेवायें तथा मतदान कार्मिक) कुल 58 हजार 924 मतदाताओं को पोस्टल बैलट जारी किए गए थे. जिसमें से 43 हजार 420 मतदाताओं द्वारा पोस्टल बैलट कास्ट किया गया. 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए उनके पते पर जाकर मतदान कर्मचारियों द्वारा मतदान कराया गया.
प्रथम चरण के निर्वाचन में कुल 58 विधान सभा क्षेत्रों में 623 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 73 महिला प्रत्याशी हैं. इनमें से कुल 111 प्रत्याशी अनुसूचित जाति के हैं जिनमें से विधानसभा क्षेत्र मथुरा-84 एवं मुजफ्फरनगर-14 से अधिकतम 15 एवं इग्लास-77 से न्यूनतम 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. चुनाव में कुल 2,6027 मतदेय स्थल तथा 10,853 मतदान केन्द्र बनाए गए थे.
मतदान पर सतर्क नजर बनाए रखने के लिए आयोग द्वारा 48 सामान्य प्रेक्षक 08 पुलिस प्रेक्षक तथा 119 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. इसके अलावा 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2,718 माइको ऑब्जर्वर तैनात किए गए थे. इसके अलावा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य स्तर पर एक वरिष्ठ सामान्य प्रेक्षक 01 वरिष्ठ पुलिस प्रेक्षक तथा 02 वरिष्ठ व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे. जिनके द्वारा क्षेत्र में रहकर सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की गई.