लखनऊः ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया की बिजली खरीद में पूरी पारदर्शिता बरती जाए. पर्व के मौके पर बिजली की कमी न हो इसके लिए विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि जनता को कटौती मुक्त बिजली आपूर्ति करने के लिए पिछले दो दिनों में लगभग 17 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी गई है. जो कि सामान्य की तुलना में बहुत अधिक है. इसलिए उपभोक्ताओं का भी दायित्व है कि वह विद्युत का बेवजह दुरुपयोग न करते हुए बचत करें.
जरूरत पड़ने पर ही बिजली का उपयोग करें, जिससे पावर कारपोरेशन पर महंगी बिजली खरीद का अतिरिक्त बोझ न पड़े. उन्होंने कहा है कि पिछली सरकारों के मुकाबले वर्तमान में विद्युत आपूर्ति लगभग 10000 मेगावाट अतिरिक्त की जा रही है. इसलिए विपक्ष इस को अनावश्यक रूप से मुद्दा न बनाएं.
उधर विद्युत अभियन्ता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह और महासचिव प्रभात सिंह ने कहा कि हालांकि अभियन्ताओं की न्यायसंगत समस्याओं के समाधान के प्रति प्रबन्धन के उपेक्षापूर्ण रवैये के चलते ऊर्जा निगमों में टकराव का वातावरण बना हुआ है, लेकिन अभियन्ता संघ की केन्द्रीय कार्यकारिणी की आपात बैठक में कार्य बहिष्कार स्थगित करने का निर्णय लिया गया.
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उन्होंने बताया कि दुर्गापूर्जा, विजयदशमी, वाल्मीकी जयन्ती, शरदपूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण पर्वों को देखते हुए जनता को बिजली सम्बन्धी कोई तकलीफ न हो, उन्हें निर्बाध विद्युत आपूर्ति हो सके, इसलिए 19 अक्टूबर तक आन्दोलन को स्थगित रखने का फैसला लिया गया. कहा कि वर्तमान में रोशनी के पर्वों पर बिजली संकट में सभी अभियन्ता आन्दोलन के दौरान भी निर्बाध बिजली आपूर्ति एवं ताप विद्युत गृहों से निर्बाध विद्युत उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. ब्रेकडाउन अटेण्ड किए जा रहे हैं.