लखनऊ : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कावड़ यात्रा के दौरान बिजली से कोई दुर्घटना नहीं होनी चाहिए. इसके लिए एहतियात बरतें, अगर कोई दुर्घटना होती है तो जिम्मेदार अधिकारी या फिर कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सावन के महीने में कांवड़ यात्रा को देखते हुए प्रदेश में विद्युतकर्मी और अधिकारी सावधानी बरतें. जिन जिलों में कांवड़ यात्रा निकल रही है या प्रसिद्ध मंदिर हैं वहां के पुजारी और जिला प्रशासन से विद्युत अधिकारी सम्पर्क में रहें. ग्राम प्रधानों, पार्षदों और जनप्रतिनिधियों को कांवड़ यात्रा में बरती जाने वाली सावधानियों के सन्दर्भ में अवगत करायें और जिन सड़कों से कांवड़ यात्रा निकल रही है, उस पर पेट्रोलिंग करके लाइनों और खम्भों के निर्धारित मानक को सुनिश्चित करें. अगर सड़क पर कहीं कोई बाधा हो तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें.
ऊर्जा मंत्री ने शक्ति भवन में वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशकों से कांवड़ यात्रा की सुरक्षा और व्यवस्था सम्बन्धी पूरी जानकारी प्राप्त की. उन्होंने मेरठ में कांवड़ यात्रा में विद्युत से हुई दुर्घटना पर विस्तृत पूछताछ की. मेरठ की प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि 'भावनपुर के राली चौहान में हाईटेंशन लाइन से डीजे का ट्रैक्टर टकरा गया, जिससे यह हादसा हुआ. प्रशासन ने 12 फुट की अनुमति दी थी. पूरे प्रकरण की जांच विभिन्न एजेन्सियों से करायी गयी, जिसमें विद्युत विभाग की कोई गलती नहीं पायी गयी. प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि कांवड़ यात्रा को देखते हुये विभाग पूरी तरह सजग है. पूरी सावधानी बरती जा रही है. ऐसी घटनायें न हों इसके लिये पेट्रोलिंग और भी बढ़ा दी गयी है. ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि कांवड़ यात्रा रूट पर स्थानीय अवर अभियन्ता से लेकर उच्चाधिकारी पेट्रोलिंग करके यह सुनिश्चित करें कि जहां कहीं पर भी पोल या ट्रांसफार्मर के आस-पास विद्युत करंट उतर रहा हो, उसके बारे में लोगों को जागरूक करें. लाउडस्पीकर और प्रचार सामग्री के माध्यम से कांवड़ यात्रियों को भी जागरूक किया जाए कि वह ऐसा कोई कार्य न करें जिससे दुर्घटना की सम्भावना हो.'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 'अभी कांवड़ यात्रा की शुरूआत है, इसलिये विभागीय कर्मचारी कांवड़ यात्रा से सम्बन्धित गांवों में लाउडस्पीकर, पोस्टर, पम्पलेट व सम्पर्क करके यह बताएं कि खम्भों एवं लाइनों की ऊंचाई 19 फिट होती है, इसलिये ज्यादा ऊंचाई का कोई वाहन, डीजे, कांवड़ या अन्य सामग्री लेकर न चलें. उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि विभागीय अधिकारी जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर यह अवगत करा दें कि डीजे की अनुमति में क्या सावधानी बरतनी है. ऊर्जा मंत्री ने पोल और ट्रांसफार्मरों के आस-पास विद्युत करंट उतरने की प्रभावी जांच के लिए आवश्यक उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्ति करने के निर्देश दिये.'
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 'जहां भी कोई आवश्यक विद्युत सम्बन्धी कार्य कराना हो, उसे प्राथमिकता से करायें, साथ ही आरडीएसएस योजना के कार्यों में तेजी लायी जाये. उन्होंने सख्त चेतावनी दी है कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में यदि कहीं कोई लापरवाही पायी गयी तो सख्त कार्यवाई सुनिश्चित की जायेगी. उन्होंने कहा कि इसके पहले भी सचेत किया जा चुका है कि जर्जर तार एवं पोल को बदलें, लटकते तारों एवं झुके हुए पोल को तत्काल ठीक करें. हरे पेड़ को छूकर जाने वाले तारों को तत्काल पेड़ के सम्पर्क से हटाने, टहनियों को छांटने के निर्देश दिये गये थे, फिर भी विद्युत दुर्घटनाओं की शिकायतें आ रही हैं जोकि गम्भीर मामला है. लोगों की जानमाल की सुरक्षा के लिए इस व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाए. बरसात में ट्रांसफार्मर और उसकी सुरक्षा में लगी जाली, पोल बाॅक्स, सपोर्ट केबिल में करंट न उतर रहा हो, इसकी जांच करें और तत्काल ठीक भी किया जाए. कहीं पर भी ऐसी स्थिति बन रही हो तो उसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाए कि ऐसे विद्युत उपकरणों से दूर रहें.