लखनऊ : बिजली बिल के बकाए की वसूली के लिए उत्तर प्रदेश पाॅवर काॅरपोरेशन ने प्रदेश में एकमुश्त समाधान योजना लागू की है. आठ नवंबर से यह योजना लागू हुई है. जिसमें अब तक बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है. इससे पाॅवर कॉरपोरेशन को अच्छी खासी रकम की वसूली हो चुकी है. नौ दिन में तकरीबन सवा दो लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने ओटीएस में रजिस्ट्रेशन कराया और इससे विभाग को 180 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली हो चुकी है. बिजली बिल के बकाये पर सरचार्ज में छूट की एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) आठ नवम्बर से 31 दिसंबर तक जारी रहेगी. इस योजना में छोटे घरेलू उपभोक्ताओं और किसानों को सरचार्ज में शत-प्रतिशत की छूट दी जा रही है. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए किश्तों में भुगतान का विकल्प भी दिया गया है. बिजली चोरी के मामले में जुर्माने पर 65 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. ओटीएस योजना के पहले चरण में बकायेदार उपभोक्ताओं को सबसे ज्यादा छूट दी जा रही है.
ऊर्जा मंत्री की उपभोक्ताओं से अपील : उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि बकाए से मुक्ति के लिए योजना के तहत जल्द पंजीकरण कराकर लाभ लें और अपने बकाये के झंझट से हमेशा के लिए मुक्ति पाएं. उन्होंने शुक्रवार को सभी डिस्काम के साथ ओटीएस योजना, आरडीएसएस योजना, विद्युत आपूर्ति और विकास कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने सभी डिस्काम के एमडी को निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप बेहतर विद्युत आपूर्ति के सख्त निर्देश दिए हैं. कहा है कि प्रदेश में बिजली की कमी नहीं है, उपभोक्ताओं को अंधेरे में न रहना पड़े. प्रदेश में छठ पूजा महापर्व की शुरूआत हो रही है. छठ पूजा घाटों और वहां के रास्तों पर बिजली की पर्याप्त और सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. श्रद्धालुओं को कहीं पर भी अंधेरे का सामना न करना पड़े. पोल पर करंट न हो इसकी भी सभी अधिकारी अपने क्षेत्रों में जांच कर लें.
आरडीएसएस योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश : ऊर्जा मंत्री ने सख्त निर्देश दिया कि ओटीएस योजना के तहत एक अप्रैल से किसानों के निजी नलकूपों में सरचार्ज पर दी जा रही शत-प्रतिशत की छूट पर किसी भी प्रकार की गलतफहमी न फैलाई जाए. उन्होंने ओटीएस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार बढ़ाने के लिए बैनर, पोस्टर, छोटे पैम्फलेट, लाउडस्पीकर, मोबाइल संदेश व विज्ञापन का भी प्रयोग करने को कहा है. सभी डिस्काम के एमडी को आरडीएसएस योजना के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. कुशीनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर में कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, महाराजगंज के साथ लखनऊ के बाहरी इलाकों में भी बांस-बल्ली के पोल में विद्युत लाइन दौड़ रही है. इस व्यवस्था में बदलाव लाने का शीघ्र प्रयास करें. सभी एमडी, चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता अपने क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों से जरूर मिलें. ऊर्जा मंत्री ने पिछले दिनों बस्ती के कप्तानगंज और कुशीनगर दौरे के दौरान उपभोक्ताओं की आई शिकायतों का संज्ञान लेकर बस्ती के मुख्य अभियंता को सख्त निर्देश दिए कि गांवों में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को बेहतर करें. बैठक में उत्तर प्रदेश पाॅवर कॉरपोरेशन के चेयरमैन आशीष गोयल, पारेषण और वितरण के एमडी पी. गुरु प्रसाद, यूपीपीसीएल के एमडी पंकज कुमार उपस्थित रहे. सभी डिस्काम के एमडी और मुख्य अभियंता भी मीटिंग में ऑनलाइन जुड़े.
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