लखनऊ : एक तरफ उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा कह रहे हैं कि नवरात्रि में उपभोक्ताओं (Electricity crisis in many areas in Lucknow) को भरपूर बिजली दी जाए. किसी की कीमत पर बिजली संकट न होने पाए, लेकिन ऊर्जा मंत्री के वादे और दावे खोखले साबित हो रहे हैं. प्रदेश के दूरदराज शहरी और ग्रामीण इलाकों की तो छोड़िए प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ही तमाम इलाके नवरात्रि में ही बिजली संकट से जूझ रहे हैं. सोमवार को हल्की सी बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में बिजली संकट पैदा हो गया. उपभोक्ताओं ने हेल्पलाइन पर कॉल कर, ट्वीट कर ऊर्जा मंत्री और विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी, हालांकि कई घंटे उपभोक्ता बिजली न आने से परेशान रहे. तमाम जगह अधिकारियों के फोन अटेंड न करने की शिकायतें सामने आईं.
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बिजली की जर्जर लाइन और पोल को बदला जाए. बांस, बल्ली के सहारे हो रही आपूर्ति में सुधार के लिए बांस बल्ली को हटाकर विद्युत पोल लगाये जाएं. ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि की जाए. लो वोल्टेज की समस्या के समाधान के लिए फीडर को अलग किया जाए. कहा कि पूरे प्रदेश में पहली बार व्यापक पैमाने पर अनुरक्षण कार्य किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जा सकेगी. वर्तमान में 22 से 23 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत के कार्य कराये जा रहे हैं. त्योहारों के अवसर पर नवरात्रि, दशहरा, दीपावली में प्रदेश के सभी क्षेत्रों को निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. त्योहारों में बिजली न जाए इसके पूरी व्यवस्था हो. लोकल फाल्ट के दौरान तत्काल इसे ठीक करें. ट्रांसफार्मर के जलने व खराब होने पर तत्काल बदला जाए. अतिरिक्त ट्रांसफार्मर उपलब्ध रहे, ट्राली ट्रांसफार्मर की पर्याप्त व्यवस्था रहे. सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित मॉनिटरिंग करें. कहीं पर भी कमियां दिखे उसे शीघ्र दुरूस्त कराया जाए. ट्रिपिंग रोकने के लिए फ्यूज, अर्थिंग और वायर को भी चेक किया जाए. अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शहरों और ग्रामीणों क्षेत्रों में लगाये जाने वाले दुर्गापूजा पंडालों के आसपास विद्युत व्यवस्था की निगरानी की जाए, जिससे कि किसी भी प्रकार की दुर्घटना न होने पाए. श्रद्धालुओं को भी जागरूक करें कि विद्युत लाइनों व पोल से दूर पूजा पंडालों को स्थापित कराएं. मूर्ति विसर्जन के लिए निर्धारित मार्गों का भी निरीक्षण कर लें. ऐसे मार्गों में कहीं पर भी तारों के लटकने व पोल के झुके होने की समस्या न रहे.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 'सभी उपभोक्ता समय से अपने बिलों का भुगतान करें और प्रदेश को आगे ले जाने में सहयोग दें. जिन क्षेत्रों में लाइनलॉस अधिक है वहां विद्युत चोरी रोकने के लिए चेकिंग अभियान चलाने के उन्होंने निर्देश दिए. विद्युत चोरी, कटिया बाजी हरहाल में रुकनी चाहिए. राजस्व हानि अब बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित राजस्व वसूली करने के लिए भी कहा.'