लखनऊ : राजधानी के बीकेटी के साढ़ामऊ विद्युत उपकेंद्र में संविदा पर तैनात लाइनमैन को बिना कारण बताए नौकरी से हटाए जाने के विरोध में आज मंगलवार को बीकेटी के विधुत उपकेंद्र मामपुर बाना में उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन किया. बीकेटी के गांव सिरसा कमालपुर के रहने वाले राजेश द्विवेदी पिछले 20 साल से संविदा पर उपकेंद्र साढ़ामऊ में लाइन मैन के पद पर नौकरी करते थे. जिनको शुक्रवार को बिना कारण बताए नौकरी से हटा दिया गया और उनको नौकरी पर आने से मना कर दिया गया. जिसको लेकर संविदा कर्मचारियों ने उत्तर प्रदेश कर्मचारी संघ के बैनर तले हड़ताल कर दी और धरने पर बैठ गए. कर्मचारियों की मांग है कि जब तक राजेश को काम पर वापस नहीं बुलाया जाएगा तब तक कोई भी कर्मचारी काम नहीं करेगा.
राजेश द्विवेदी का आरोप है कि हम कल शुक्रवार को जब ड्यूटी करनेअपने विद्युत उप केंद्र साढ़ामऊ पहुंचे तो एसडीओ अशोक मौर्या ने कहा कि आपकी उम्र हो गई है. आप काम करने लायक नहीं हैं. इसलिए आप अब नौकरी पर मत आना. हालांकि मुझे ऐसा लगता है उम्र की वजह से जो नौकरी से निकालने का कारण बताया जा रहा है वह गलत है. उन्होंने कहा कि अभी लिखित में किसी भी तरह का कोई आदेश नहीं मिला है. उपकेंद्र से नौकरी से हटाए जाने को लेकर 5 लोगों के नाम मांगे गए हैं. जिसमे अभी फिलहाल हमको कार्य मुक्त कर दिया गया है और कोई भी उचित करना नहीं बताया गया है. इसी को लेकर आज सभी कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया और सभी लोग धरने पर बैठे हैं. हम लोगों की मांग है कि जब तक बहाली नहीं होगी तब तक हम लोग धरने पर बैठे रहेंगे और कोई भी कार्य नहीं करेगा. राजेश ने बताया कि हम पिछले 20 साल से यहां पर तैनात हैं और किसी भी तरह की कोई शिकायत भी नहीं है. बावजूद इसके हमको काम से हटा दिया गया है.
वही धरने में पहुंचे उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के जोनल मंत्री एके मिश्रा ने बताया कि कई बार ऐसा देखा गया है यहां पर अधिकारी आते हैं और बिना किसी कारण व बिना नोटिस के कर्मचारियों को काम से हटा देते हैं. इसके पहले भी इटौंजा सबडिविजन कठवारा से 4 कर्मचारियों को बिना कारण बताए हटा दिया गया था. इसके बाद अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने भी कोई उचित उत्तर नहीं दिया. जबकि हमारा सभी बातों पर चेयरमैन से समझौता भी हुआ था कि किसी भी संविदाकर्मी को बगैर सूचना व जवाब तलब के नहीं हटाया जाएगा. कर्मचारियों की तमाम भुगतान भी रह जाते हैं उनका भी भुगतान भी नहीं दिया जाता है. कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की जाती है. ठेकेदार से सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर समझौता भी होता है. बावजूद इसके बिना सुरक्षा व्यवस्था के लाइनमैन काम करते हैं. हमारी चेयरमैन से सभी संविदा कर्मियों की वेतन बढ़ाने की भी बात की गई थी. उन्होंने आश्वासन दिया था कि सबका वेतन बढ़ाया जाएगा, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
आज भी संविदाकर्मी के हटाए जाने के बाद एसडीओ अशोक मौर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी कर्मचारी को हटाया नहीं गया है, इनको नोटिस दी जाएगी. मंत्री एके मिश्रा का आरोप है कि उनकी बातचीत से ऐसा लगता है कि कर्मचारी राजेश द्विवेदी को हटा दिया जाएगा. अगर हम लोगों की मांगें पूरी नहीं होती हैं तो इसके साथ-साथ कई मुद्दे ऐसे हैं जिसको लेकर हम लोग 17 मार्च से प्रदेश के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. फोन पर एसडीओ अशोक मौर्या से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मैं धरना स्थल पहुंचा था और कर्मचारियों व संघ के मंत्री एके मिश्रा से बातचीत हुई है. बताया जा रहा है कि बिना किसी कारण के कर्मचारी को हटाया गया है ये गलत है. ऐसा कुछ भी नहीं है. जिनकी उम्र ज्यादा हो गई व जो लोग कार्य करने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं उनके नाम मांगे गए थे. हमने अवर अभियंता बीकेटी रणजीत चौधरी को प्रस्ताव बनाकर भेजा है. फिलहाल अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. जब तक कोई उचित जवाब नहीं मिल जाता है तब तक राजेश द्विवेदी को कार्य से हटाया नहीं जाएगा और अभी वे काम करते रहेंगे. फिलहाल अभी किसी भी तरह का कोई आदेश नहीं आया है. एसडीओ अशोक मौर्या ने सभी को आश्वासन दिया है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा. इसके बाद एसडीओ अशोक मौर्य ने धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से धरना खत्म करने की अपील की और कर्मचारियों ने धरना खत्म कर दिया.
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