लखनऊ : भगवान राम की नगरी अयोध्या के लिए पश्चिम बंगाल से रवाना हुआ इलेक्ट्रिक संचालित क्रूज व्हीकल कटमरैन 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंच जाएगा. ये क्रूज अयोध्या की शान बढ़ाएगा. इसके अलावा भगवान शिव की नगरी काशी के लिए भी एक क्रूज कटमरैन रवाना हो चुका है. देश के पोर्ट, शिपिंग, वॉटरवेज एवं आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल की अध्यक्षता में कोलकाता में इनलैंड वॉटर डेवलपमेंट काउंसिल (आईडब्ल्यूडीसी) की पहली बैठक के बाद ये क्रूज अयोध्या और काशी के लिए रवाना किए गए हैं.
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि इस कटमरैन में 75 से 100 लोगों के बैठने की क्षमता है. एक कटमरैन की कीमत लगभग 16 करोड़ रुपये है. केंद्र और राज्य में मिलाकर कुल 111 इनलैंड वॉटर वेज हैं, जिसमें से 11 यूपी में हैं. उन्होंने बताया कि इनलैंड वॉटरवेज का एक अच्छा खासा स्कोप उत्तर प्रदेश में है. इनलैंड वॉटरवेज के विकास से एक तरफ जहां प्रदूषण की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी तो दूसरी तरफ आय का एक अच्छा स्रोत बनेगा. इससे सड़कों पर बढ़ रहे यातायात के दबाव को भी कम करने में सहायता मिलेगी. इससे नदियों के किनारे रहने वाले किसानों को लाभ होगा. उनके उत्पाद कम लागत और कम समय में बाजार तक एक शहर से दूसरे शहर पहुंचाए जा सकेंगे.
बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार का फोकस अब सड़क परिवहन के साथ जल परिवहन पर भी है. सरकार जल परिवहन को उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ावा देना चाहती है, इसलिए नदियों में पानी की क्षमता बढ़ाने को लेकर भी काम शुरू हो गया है. नदियों में क्रूज चलाने की तैयारी है. इससे पर्यटन को पंख लगेंगे, साथ ही कार्गो से माल नदियों के सहारे कम समय में ही पहुंचाने में मदद मिलेगी. लिहाजा उत्तर प्रदेश में जो भी 11 वाॅटर हाईवेज हैं उन्हें लेकर कवायद शुरू हो गई है. जल परिवहन प्राधिकरण का भी उत्तर प्रदेश में गठन हो गया है. अब जल परिवहन को तेजी से आगे ले जाने पर काम भी शुरू हुआ है.
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