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राजधानी लखनऊ में अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज

यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को बकरीद की नमाज अदा की गई. दारुल उलूम फरंगी महल स्थित ऐशबाग ईदगाह में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद की नमाज अदा कराई. इस मौके पर कोरोना के कारण लागू नियमों के चलते यहां 6 लोग ही मौजूद रहे.

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली
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Published : Aug 1, 2020, 4:50 PM IST

लखनऊ: कोरोना महामारी के बीच मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व ईद-उल-अजहा देश भर में मनाया जा रहा है. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद की नमाज अदा कराई. इस मौके पर ईदगाह में महज 6 लोग ही मौजूद रहे. इस दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने देशवासियों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी. इसके साथ ही उन्होंने सभी से घरों में रहकर कुर्बानी और इबादत करने की अपील भी की.

अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज.
दारुल उलूम फरंगी महल स्थित ऐशबाग ईदगाह में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद की नमाज अदा कराई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए महज 6 लोग ही ईदगाह में मौजूद रहे. नमाज के बाद देश से कोरोना महामारी के खात्मे के लिए विशेष दुआ की गई.


इस मौके पर ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि हमेशा से जहां लाखों का मजमा बकरीद की नमाज़ अदा करता था, वहां आज कोविड-19 के प्रोटोकॉल के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 6 लोगों ने नमाज अदा की है. इसके साथ ही पैगाम दिया गया है कि अगर कोरोना वायरस से महफूज रहना है तो प्रिकॉशन लेना होगा. उन्होंने कहा कि बकरीद के मौके पर हर मज़हब से आने वाले तकरीबन 20 लाख किसान अपने जानवरों को बेचते हैं, जिससे उनका साल भर का बड़ा खर्चा अदा होता है. साथ ही कुर्बानी के गोश्त को गरीबों और ज़रूरतमन्दों में बांटा जाता है, जिससे कोई भी भूखा न रहे. 40 करोड़ लोगों को दो वक्त का खाना बकरीद पर आसानी से उलपब्ध होता है. इसके साथ ही तकरीबन 10 हजार करोड़ का बकरीद पर व्यापार होता था, जिससे इकनॉमी को भी गति मिलती थी.

लखनऊ: कोरोना महामारी के बीच मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व ईद-उल-अजहा देश भर में मनाया जा रहा है. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ में ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद की नमाज अदा कराई. इस मौके पर ईदगाह में महज 6 लोग ही मौजूद रहे. इस दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने देशवासियों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी. इसके साथ ही उन्होंने सभी से घरों में रहकर कुर्बानी और इबादत करने की अपील भी की.

अदा की गई ईद-उल-अजहा की नमाज.
दारुल उलूम फरंगी महल स्थित ऐशबाग ईदगाह में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बकरीद की नमाज अदा कराई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए महज 6 लोग ही ईदगाह में मौजूद रहे. नमाज के बाद देश से कोरोना महामारी के खात्मे के लिए विशेष दुआ की गई.


इस मौके पर ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि हमेशा से जहां लाखों का मजमा बकरीद की नमाज़ अदा करता था, वहां आज कोविड-19 के प्रोटोकॉल के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 6 लोगों ने नमाज अदा की है. इसके साथ ही पैगाम दिया गया है कि अगर कोरोना वायरस से महफूज रहना है तो प्रिकॉशन लेना होगा. उन्होंने कहा कि बकरीद के मौके पर हर मज़हब से आने वाले तकरीबन 20 लाख किसान अपने जानवरों को बेचते हैं, जिससे उनका साल भर का बड़ा खर्चा अदा होता है. साथ ही कुर्बानी के गोश्त को गरीबों और ज़रूरतमन्दों में बांटा जाता है, जिससे कोई भी भूखा न रहे. 40 करोड़ लोगों को दो वक्त का खाना बकरीद पर आसानी से उलपब्ध होता है. इसके साथ ही तकरीबन 10 हजार करोड़ का बकरीद पर व्यापार होता था, जिससे इकनॉमी को भी गति मिलती थी.

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