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उत्तर प्रदेश समेत 6 राज्यों में PFI के 26 ठिकानों पर ED की छापेमारी - सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुई हिंसा में बड़े पैमाने पर पीएफआई का हाथ सामने आया था. इसे लेकर ईडी और कई एजंसियां जांच में लगी हैं. जांच के क्रम में ईडी ने कई राज्यों में पीएफआई के 26 ठिकानों पर छापेमारी की है. उत्तर प्रदेश में ईडी ने लखनऊ, बाराबंकी, आगरा और शामली में छापेमारी की है.

PFI के 26 ठिकानों पर ED की छापेमारी
PFI के 26 ठिकानों पर ED की छापेमारी
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Published : Dec 3, 2020, 5:30 PM IST

Updated : Dec 3, 2020, 6:14 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ 2019 में कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुआ था. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक गतिविधियां भी हुईं, जिसमें बड़े पैमाने पर पीएफआई के शामिल होने का सबूत मिला था. इस मामले में अब तक पूरे प्रदेश में 130 पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी मामले में गुरुवार को ईडी ने लखनऊ और बाराबंकी ,आगरा और शामली समेत 26 जगहों पर छापेमारी की है.

पीएफआई के 26 ठिकानों पर ईडी की हुई छापेमारी
पीएफआई का जाल उत्तर प्रदेश सरीखे 16 राज्यों में फैला हुआ है. पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए ईडी ने गुरुवार को देश के 6 राज्यों में एक साथ उसके 26 ठिकानों पर छापेमारी की है. इन राज्यों में केरल, दिल्ली, राजस्थान, यूपी समेत 6 राज्य शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, आगरा और शामली जिलों में ईडी ने छापेमारी की है. बता दें कि CAA और NRC को लेकर हुई हिंसा में लखनऊ से पकड़ा गया नदीम बाराबंकी का रहने वाला है. बाराबंकी में पिछले कुछ महीनों में पीएफआई ने बड़ी संख्या में सदस्य बनाए हैं.

ईडी कर रही है जांच

ईडी ने राजधानी लखनऊ में कैसरबाग और लालबाग में कुछ जगहों पर छापेमारी की है. ईडी यह पता करने में जुटी हुई है कि आखिर इस संगठन को आर्थिक रूप से कहां से फंड मिल रहा है. बता दें कि पीएफआई को विदेशों से अवैध रूप से मिल रही वित्तीय सहायता की जांच ईडी कर रही है. इसी सिलसिले में कार्ड डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट की जांच भी हो रही है. इस वेबसाइट के माध्यम से राष्ट्र विरोधी गतिविधियां संचालित हो रहीं थी.

क्या है पीएफआई
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक इस्लामिक संगठन है, इस संगठन का गठन केरल में हुआ था. पिछले दिनों पीएफआई का आईएसआई और कई इस्लामिक संगठनों से संबंध होने के सबूत भी मिल चुके हैं. फिलहाल पीएफआई संगठन देश के 16 राज्यों में फैला हुआ है. पिछले 6 महीनों के भीतर उत्तर प्रदेश में इस संगठन ने अपनी जड़ें काफी मजबूत की हैं.


मथुरा में पकड़े गए थे पीएफआई के 4 सदस्य
हाथरस गैंगरेप मामले में जातिय हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे पीएफआई के चार सदस्यों को एसटीएफ ने मथुरा से 2 महीने पहले गिरफ्तार किया था. इन चार लोगों में से एक सदस्य केरल का रहने वाला है. पकड़े गए ये चारों लोग मथुरा जेल में बंद हैं. इस पूरे मामले में एसटीएफ जांच कर रही है. खुफिया एजेंसियों की तरफ से पीएफआई के 12 सदस्यों के उत्तर प्रदेश में घुसपैठ का खुफिया इनपुट भी मिला है. पुलिस भी इस दिशा में कार्य कर रही है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सीएए और एनआरसी के खिलाफ 2019 में कई शहरों में विरोध प्रदर्शन हुआ था. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसक गतिविधियां भी हुईं, जिसमें बड़े पैमाने पर पीएफआई के शामिल होने का सबूत मिला था. इस मामले में अब तक पूरे प्रदेश में 130 पीएफआई के सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी मामले में गुरुवार को ईडी ने लखनऊ और बाराबंकी ,आगरा और शामली समेत 26 जगहों पर छापेमारी की है.

पीएफआई के 26 ठिकानों पर ईडी की हुई छापेमारी
पीएफआई का जाल उत्तर प्रदेश सरीखे 16 राज्यों में फैला हुआ है. पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए ईडी ने गुरुवार को देश के 6 राज्यों में एक साथ उसके 26 ठिकानों पर छापेमारी की है. इन राज्यों में केरल, दिल्ली, राजस्थान, यूपी समेत 6 राज्य शामिल हैं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बाराबंकी, आगरा और शामली जिलों में ईडी ने छापेमारी की है. बता दें कि CAA और NRC को लेकर हुई हिंसा में लखनऊ से पकड़ा गया नदीम बाराबंकी का रहने वाला है. बाराबंकी में पिछले कुछ महीनों में पीएफआई ने बड़ी संख्या में सदस्य बनाए हैं.

ईडी कर रही है जांच

ईडी ने राजधानी लखनऊ में कैसरबाग और लालबाग में कुछ जगहों पर छापेमारी की है. ईडी यह पता करने में जुटी हुई है कि आखिर इस संगठन को आर्थिक रूप से कहां से फंड मिल रहा है. बता दें कि पीएफआई को विदेशों से अवैध रूप से मिल रही वित्तीय सहायता की जांच ईडी कर रही है. इसी सिलसिले में कार्ड डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट की जांच भी हो रही है. इस वेबसाइट के माध्यम से राष्ट्र विरोधी गतिविधियां संचालित हो रहीं थी.

क्या है पीएफआई
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक इस्लामिक संगठन है, इस संगठन का गठन केरल में हुआ था. पिछले दिनों पीएफआई का आईएसआई और कई इस्लामिक संगठनों से संबंध होने के सबूत भी मिल चुके हैं. फिलहाल पीएफआई संगठन देश के 16 राज्यों में फैला हुआ है. पिछले 6 महीनों के भीतर उत्तर प्रदेश में इस संगठन ने अपनी जड़ें काफी मजबूत की हैं.


मथुरा में पकड़े गए थे पीएफआई के 4 सदस्य
हाथरस गैंगरेप मामले में जातिय हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे पीएफआई के चार सदस्यों को एसटीएफ ने मथुरा से 2 महीने पहले गिरफ्तार किया था. इन चार लोगों में से एक सदस्य केरल का रहने वाला है. पकड़े गए ये चारों लोग मथुरा जेल में बंद हैं. इस पूरे मामले में एसटीएफ जांच कर रही है. खुफिया एजेंसियों की तरफ से पीएफआई के 12 सदस्यों के उत्तर प्रदेश में घुसपैठ का खुफिया इनपुट भी मिला है. पुलिस भी इस दिशा में कार्य कर रही है.

Last Updated : Dec 3, 2020, 6:14 PM IST
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