लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि ऐसे नवीन प्रोद्योगिकी साधनों को लोकप्रिय बनाने पर फोकस किया जाना चाहिए. जिसने हाल के समय में स्वतंत्र और निष्पक्ष निर्वाचन करवाने में आयोग को दक्षता, व्यापक पहुंच और जवाबदेही लाने में सक्षम बनाया है. शुक्ला ने बताया कि ई-एपिक की शुरुआत राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी के अवसर पर की जाएगी. मतदाताओं को आसानी से सूचना उपलब्ध कराई जा सके. उन्होने बताया कि ई-एपिक को मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकेगा. यह कम्प्यूटर पर स्वयं मुद्रित करने योग्य रूप में होगा.
एपिक के दो क्यू आर कोड होंगे
ई-एपिक के दो क्यू आर कोड होगें. पहले में फोटो और जनसांख्यिकी का स्थिर डाटा और दूसरे में जनसांख्यिकी सहित क्रम संख्या, भाग संख्या खाते का नाम और पता होगा. अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि ईसीआई, सीईओ वेबसाइटों पर ई-एपिक डाउनलोड पर निगरानी रखने के लिए एक डैश बोर्ड बनाया जायेगा.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से करेंगे जागरूक
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि केंद्र और राज्यों की सहभागिता से जागरूकता फैलाने के लिए अन्य स्टेक होल्डरों के साथ भी साझेदारी की जाएगी. सभी ईसीआई आइकॉन नवीन जानकारी के बारे में उपयुक्त हैश-टैग के साथ सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करेंगे और आयोग के अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल को टैंग करेंगे.