नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार ने डीटीसी कर्मचारियों को नए साल का तोहफा दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि डीटीसी के जितने भी नियमित कर्मचारी हैं, उनको अभी तक यात्रा भत्ता नहीं मिलता था, लेकिन उन्हें अब 4,000 रुपये प्रतिमाह यात्रा भत्ता मिलेगा.
8,000 कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
दिल्ली सरकार के इस फैसले से करीब 8,000 कर्मचारियों को लाभ मिलेगा. वहीं डीटीसी में अनुबंधित कर्मचारियों ने भी इस सुविधा को दिए जाने की मांग की है. उनका कहना है कि यात्रा भत्ता मिलना अच्छी बात है. मगर अनुबंधित कर्मचारियों को भी यह सुविधा दी जानी चाहिए, क्योंकि इन कर्मचारियों का वेतन भी बहुत कम है. डीटीसी में करीब 14,000 अनुबंधित कर्मचारी कार्यरत हैं.
'4000 बसें भी डीटीसी के बेड़े में नहीं हैं'
वर्ष 2015-16 से लेकर 2018-19 में हर साल 20 करोड़ यात्री कम हो गए हैं. लो फ्लोर की बसें 1,100 कम हो गई हैं. पहले जहां 5,000 बसें डीटीसी के बेड़े में थी. आज इनकी संख्या घटकर 3,900 रह गई हैं. 4.5 सालों में दिल्ली की आबादी में बढ़ोतरी हुई है. आबादी का फैलाव हुआ है, लेकिन बसों के रूट घट गए और यात्रियों को सुविधा नहीं मिली तो यात्रियों ने भी डीटीसी की बसों से दूरी बना ली.
बता दें कि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था बेहतर कर निजी वाहनों के इस्तेमाल कम करने की बात करने वाली दिल्ली सरकार पिछले 4.5 सालों में डीटीसी के बेड़े में एक भी नई बसें शामिल नहीं कर पाई है. यात्रियों की संख्या के लिहाज से आज बसों की संख्या 11,000 होनी चाहिए थी. आज भी 4,000 बसें भी डीटीसी के बेड़े में नहीं है.